नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब देते हुए एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी के ऊपर तीखा हमला किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'कांग्रेस मुक्त भारत' का नारा उन्होंने नहीं दिया है बल्कि ये राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना था और महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजली के तौर पर यह काम करना ही करना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद खुद महात्मा गांधी चाहते थे कि कांग्रेस को तोड़ दिया जाए। उन्होंने कहा कि 2019 का साल महात्मा गांधी की 150वीं जयंती का वर्ष है और महात्मा गांधी को श्रद्धांजली के तौर पर कांग्रेस मुक्त भारत का काम करना ही करना है।
आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए विपक्ष की पार्टियों ने जिस महागठबंधन का गठन किया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उस महागठबंधन को महामिलावट बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अनुभव कर चुका है कि सपष्ट बहुमत की सरकार कैसी होती है और मिलावटी सरकार कैसी होती है। उन्होंने कहा कि इस बार मिलावट नहीं बल्कि महामिलावट की बात हो रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह महामिलावट संसद में पहुंचने वाली नहीं है, उन्होंने कहा कि ये महामिलावट ऐसी है कि केरल में एक दूसरे का मुंह नहीं देखेंगे, उत्तर प्रदेश में पहले ही महामिलावट वालों को जनता ने बाहर कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी का इशारा उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए महागठबंधन की तरफ था।