लखनऊ: राजस्थान के राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने पिछड़े वर्ग के लोगों से कहा है कि आरक्षण उनका हक है और वे अपने हक की भीख मांगने के बजाय ‘थप्पड़ मारकर’ उसे छीन लें। सिंह ने गत सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री वी. पी. सिंह की याद में आयोजित ‘पिछड़ा वर्ग सम्मेलन’ में कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों को भीख मांगने से अधिकार नहीं मिलेगा। अगर कोई आपको आपका हक ना दे तो ‘थप्पड़ मारकर’ छीन लो।
उन्होंने आरक्षित वर्गों से संगठित होने का आह्वान करते हुए कहा कि उच्च पदों पर आरक्षित वर्ग के अफसरों का न होना भी अन्याय है। हमें इसके खिलाफ भी आवाज उठानी होगी।
सिंह ने पिछड़े वर्ग के लोगों को कामयाबी का मंत्र देते हुए कहा कि वे राजनीति में सक्रिय हों और ग्राम सभा के चुनावों से शुरुआत करके विधानसभा और लोकसभा तक का चुनाव लड़ें। पार्टियों से टिकट मांगें और उन्हें अपनी जीत की योजना के बारे में बताएं, लेकिन अगर टिकट ना मिले तो भी एकजुट रहें। इससे सभी पार्टियां आपके आगे नतमस्तक होंगी।
उन्होंने मण्डल आयोग की रिपोर्ट लागू करने में पूर्व प्रधानमंत्री वी. पी. सिंह की भूमिका की सराहना की। सिंह ने आगे कहा कि जिस तरह से डॉ. भीमराव आंबेडकर ने एससी-एसटी को हक दिलाया, उसी तरह से वीपी सिंह ने पिछड़े वर्ग के लिए काम किया। दोनों वंचितों के लिए वह मसीहा से कम नहीं थे। यूपी की राजधानी लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, 'आरक्षण के लिए कितने संघर्ष करने पड़े हैं, ये कोई पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय वीपी सिंह से पूछे।