जालंधर: पंजाब की मौजूदा कांग्रेस सरकार के दौरान सभी काम काज ठप पड़ने का दावा करते हुए शिरोमणि अकाली दल ने आज यहां कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू एक नाकाम सरकार के नाकाबिल मंत्री हैं और इसी नाकामी को छिपाने के लिए हर बात में वह पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का नाम लेते हैं ताकि असल मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके।
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता पवन कुमार टीनू ने आज कहा, पंजाब में अकाली भाजपा गठबंधन की सरकार में क्या क्या काम हुए थे इससे सभी वाकिफ हैं और मौजूदा कांग्रेस सरकार में कोई काम काज नहीं हो पा रहा है। ऐसा लगता है कि राज्य में कोई सरकार ही नहीं है क्योंकि पिछले लगभग छह महीने में पूरे प्रदेश में हर क्षेत्र में अव्यवस्था का आलम है।
उन्होंने कहा, नवजोत सिद्धू को बोलने की बीमारी है। वह कुछ भी कहते रहते हैं। दरअसल, वह नाकाम सरकार के अक्षम मंत्री हैं अपनी तथा सरकार की इसी कमी को छिपाने के लिए वह बयानबाजी करते रहते हैं और उसमें पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके परिवार का नाम शामिल करते हैं ताकि राज्य के समक्ष मुंह बाये खड़ी बडी चुनौतियों की ओर से ध्यान भटकाया जा सके।
राज्य के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को उत्तर भारत के सबसे बडे ग्रामीण मेले छपार मेले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि भविष्य में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा उनके परिवार को पंजाब में जनता के पैसे की लूट तथा सूबे को कंगाल करने के लिए जाना जाएगा।
सिद्धू ने यह भी कहा था कि बादल परिवार के दस साल के कुशासन तथा पंजाब में कथित रूप से आर्थकि आतंकवाद फैलाने के लिए उन लोगों का नाम इतिहास में काले पन्नों में दर्ज किया जाएगा। इसके बाद पवन टीनू का यह बयान आया है।
टीनू ने कहा, कांग्रेस के नेताओं ने चुनावों से पहले बडे बडे वादे किये। अब उन झूठे वादों को पूरा करना मुश्किल हो रहा है क्योंकि सबको पता है कि सत्ता पाने के लिए झूठा वादा करना आसान है लेकिन उन्हें पूरा करना मुश्किल और यही कारण है कि कैप्टन की कांग्रेस सरकार राज्य में छह महीने में ही असफल साबित हुई है। इससे ध्यान भटकाने के लिए सिद्धू इस तरह की सोची समझी और ओछी बयानबाजी कर रहे हैं ताकि असल मुद्दों की ओर से ध्यान हटाया जाए।
उन्होंने कहा, कर्मचारियों को वेतन नहीं मिले हैं, रोज सड़क हादसे हो रहे हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, स्कूलों में दोपहर का भोजन बंद कर दिया गया है, गरीब बच्चों को किताबें अबतक नहीं मिली हैं, सरकारी नौकरियों का वादा कर नौकरी का धोखा दिया जा रहा है और मंत्री बादल के खिलाफ बयानबाजी करने में लगे हैं यह दुभाग्यपूर्ण तथा सरकार की विफलता नहीं तो और क्या है।