मुंबई: महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन का लागू होने के बाद शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि कल ही कांग्रेस और एनसीपी से बात शुरू हुई और दोनों पार्टियों ने हमसे वक्त मांगा। हम अलग विचारधारा के लोगों से बात कर रहे हैं इसलिए एक सहमति बनाने के लिए वक्त लगना स्वाभाविक है। उद्धव ने कहा राज्यपाल ने हमें ज्यादा वक्त नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी एक साथ बैठेगी, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर चर्चा जारी है।
एक सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा कि गठबंधन बीजेपी ने खत्म किया है, शिवसेना ने नहीं। बीजेपी ने हमसे ढाई साल के सीएम का वादा किया था। वहीं पार्टी की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने के जवाब में उद्धव ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट में नहीं गए हैें।
इससे पहले मुंबई में कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों दलों की तरफ से प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की निंदा की गई। दोनों दलों ने कहा कि शिवसेना से बात हुई है लेकिन अभी तक हमने समर्थन का कोई आश्वासन नहीं दिया है।