नई दिल्ली: चुनाव व्यवस्था और राजनीतिक पार्टियों पर नजर रखनी वाली गैर सरकारी संस्था एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने क्षेत्रीय दलों को मिलने वाले चंदे पर एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में वित्तीय वर्ष 2016-17 में विभिन्न क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को प्राप्त दान के विवरण का विश्लेषण किया गया है। गौरतलब है कि रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपुल्स अधिनियम 1951 की धारा 29c (1) के तहत, दलों को कर में 100% की छूट के लिए 20 हजार से अधिक के दान का विवरण चुनाव आयोग को सालाना जमा करना होता है। वित्तीय वर्ष 2016-17 में सात दल (SAD, MGP, DMK, AINRC, AGP, NPF और DMDK) ऐसे भी हैं जिन्होंने 20 हजार से कम के दान का भी विवरण दिया है।
- क्या है रिपोर्ट में खास-
- इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2016-17 में विभिन्न क्षेत्रीय दलों को 6,339 दानों में कुल 91.37 करोड़ रुपए की कुल राशि प्राप्त हुई है।
- अगर पार्टियों की बात करें तो क्षेत्रीय दलों में इस वर्ष शिवसेना, आम आदमी पार्टी और शिरोमणी अकाली दल को सबसे अधिक दान प्राप्त हुआ है।
- शिवसेना को सभी क्षेत्रीय दलों में सबसे अधिक 297 दानों द्वारा 25.65 करोड़ रुपए का दान प्राप्त हुआ है।
- शिवसेना के बाद दूसरे नंबर पर आप रही है। आप को 3,865 दानों से 24.73 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं।
- तीसरे नंबर पर शिरोमणि अकाली दल है। अकाली दल को इस साल 15.45 करोड़ रुपए का दान मिला है।
- क्षेत्रीय दलों के द्वारा प्राप्त कुल दानों का 72.05% या 65.83 करोड़ रुपए का दान शीर्ष के तीन दलों ने प्राप्त किया है|
- अगर वृद्धि की बात करें तो 2015-16 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2016-17 में सबसे अधिक वृद्धि असम गण परिषद के दान में 7183% इसके बाद शिरोमणी अकाली दल 5842% और फिर जेडीएस के दान में 596% की वृद्धि दर्ज की गई है।