मन्दसौर (मध्यप्रदेश): मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आज कहा कि दिग्विजय सिंह अपनी सरकार के जमाने में किसानों की समस्या सुनकर हंसते थे लेकिन उनकी सरकार ने पिछले एक साल में ही किसानों के कल्याण के लिए 20,000 करोड़ रूपये खर्च किए हैं। मध्यप्रदेश में एक जून से किसानों द्वारा प्रस्तावित 10 दिवसीय आंदोलन से दो दिन पहले चौहान ने यह बात कही।
यहां एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा, ‘‘जब मैं सांसद था, उस वक्त किसानों की फसलों को नुकसान होने पर मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पास किसानों की मदद करने की गुहार लगाने जाया करता था। लेकिन वह हंसते थे। उन्होंने (दिग्विजय) किसानों के लिए कुछ नहीं किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके विपरीत मेरी सरकार ने पिछले एक साल में ही किसानों के कल्याण के लिए भारी भरकम 20,000 करोड़ रूपये खर्च किए हैं।’’
छह जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रस्तावित मन्दसौर के पिपलिया मंडी दौरे की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस प्रदेश में खूनखराबा करने पर उतारू है।’’
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मंदसौर में किसानों पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी की घटना की पहली बरसी पर छह जून को वहां रैली करने जा रहे हैं। इस गोलीबारी में किसान आंदोलन के दौरान पिछले साल छह जून को छह किसानों की कथित रूप से मौत हो गई थी। तब मन्दसौर इस किसान आंदोलन का मुख्य केन्द्र रहा था और प्रदेश के कई भागों में हिंसा, लूट, आगजनी एवं तोड़फोड़ हुई थी।
चौहान ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने ‘गरीबी हटाओ’ का नारा दिया, लेकिन गरीबों के लिए कुछ भी नहीं किया।’’ चौहान ने दोहराया, ‘‘प्रदेश में कोई भी भूमिहीन व आवासहीन नहीं रहेगा। यदि आवास के लिए जमीन कम पड़ी तो मल्टी स्टोरी बनाएंगे। हम अगले 4 साल में 40 लाख मकान बनाकर देंगे। वैसे तो सर्वेक्षण के अनुसार प्रदेश में जरूरत 37 लाख मकान की है, लेकिन हम ज्यादा मकान बनाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने एक योजना बनाई है, जिसके तहत हम गरीबों के लिए हर साल 10 लाख मकान बनाएंगे।’’ शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि बच्चों की पहली कक्षा से कॉलेज तक की फीस सरकार भरेगी। चौहान ने कहा कि गरीब परिवारों को 200 रुपए प्रति माह की दर से बिजली भी सरकार देगी।
एक से 10 जून तक के प्रस्तावित किसान आंदोलन एवं इस दौरान पिछले साल छह जून को मारे गये किसानों की बरसी पर श्रद्धांजलि देने के लिए प्रस्तावित कार्यक्रम के मद्देनजर मन्दसौर में सुरक्षा की कड़े इंतजाम किए गए हैं।