भोपाल. भारतीय जनता पार्टी के नेता शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार शाम चौथी बार मध्य प्रदेश के सीएम पद की शपथ ली। उन्हें राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन में सामान्य समारोह में दिलाई शपथ दिलाई। देश एवं विश्व में चल रहे कोरोना वायरस के खतरे के चलते कार्यक्रम को संक्षिप्त एवं सामान्य रखा गया। इसमें निवर्तमान मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा चुनिंदा विधायक उपस्थित थे।
चौहान इससे पहले तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे पहली बार वह 29 नवंबर 2005 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे, इसके बाद वह 12 दिसंबर 2008 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, फिर आठ दिसंबर 2013 में तीसरी बार शपथ ली थी। सोमवार को सीएम पद की शपथ लेने से पहले शिवराज सिंह चौहान को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री और प्रदेश में भाजपा के ऑपरेशन कमल की कामयाबी के मुख्य रणनीतिकार नरेंद्र सिंह तोमर ने उन्हें बधाई दी। तोमर ने कहा कि शिवराज सिंह चैहान मध्यप्रदेश की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वरिष्ठ भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान को देश के ह्रदय प्रदेश का फिर मुख्यमंत्री बनाए जाने पर उन्हें बधाई देते हुए कहा, "मध्यप्रदेश की जनता की उम्मीदों पर शिवराज सिंह जी पहले की तरह पूर्णत: खरा उतरेंगे। वह मध्यप्रदेश में तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जिससे प्रदेश की अपेक्षाओं-आकांक्षाओं को भली-भांति जानते हैं।"