भोपाल। मध्यप्रदेश में जब से कमलनाथ ने सूबे के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, तभी से भाजपा और कांग्रेस में जमकर रार हो रही है, एक तरफ जहां कांग्रेस पर भाजपा को सरकार अस्थिर करने का आरोप लगाती है, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा कमलनाथ सरकार को ढाई मुख्यमंत्रियों वाली सरकार बताती है।
सोमवार को मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अभूतपूर्व संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। सूबे का असली मुख्यमंत्री कौन है ये स्पष्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा, “'मध्यप्रदेश में अभूतपूर्व संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली श्री कमलनाथ जी ने, मुख्यमंत्री कमलनाथ जी हैं, लेकिन हम नहीं कह रहे, उनकी कैबिनेट के मंत्री ये कह रहे हैं कि असली सरकार तो दिग्विजय सिंह चला रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “अजीब स्थिति पैदा हो गई है, बीजेपी का आरोप नहीं है। अब दिग्विजय सिंह चला रहे हैं तो कैसे चला रहे हैं और क्या चला रहे हैं। उनकी चिट्ठी जा रही है। कौन-कौन से काम दिए थे बताओ पूरे हुए कि नहीं हुए। जो व्यक्ति संवैधानिक पद पर नहीं है, क्या मंत्रियों को इस तरह हड़काने का अधिकार उसके पास है? काम का हिसाब दो, कौन से काम, किसके काम, क्या काम वो जनता के हित में हैं? और अजीब बात ये है पीछे से कोई सरकार चला रहा है ये मंत्री कर रहे हैं।”
सोनिया स्पष्ट करें कौन है मुख्यमंत्री- शिवराज
शिवराज इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा, “अब श्रीमती सोनिया गांधी जी राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं कांग्रेस की, मैं उनसे अपील करता हूं कि वो हस्तक्षेप करें और स्थिति स्पष्ट करें कि असली मुख्यमंत्री कौन है मध्य प्रदेश का?”