लखनऊ: अपने बड़े भाई और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा-लो) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने आज कहा कि अब कोई उनका साथ दे या ना दे, फर्क नहीं पड़ता। शिवपाल ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में सपा संस्थापक मुलायम के साथ देने से हिचकने के सवाल पर कहा, ‘‘कौन हमारे साथ है, कौन नहीं है, इसकी मुझे अब कोई चिंता नहीं है।‘‘
बता दें कि मुलायम सिंह और शिवपाल यादव के बीच में अब सियासत खड़ी हो गई है। शिवपाल अपनी नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की जनाक्रोश रैली कल लखनऊ में कर रहे हैं। रैली में शिवपाल यादव सभी को निमंत्रण दे रहे हैं लेकिन अपने भाई मुलायम सिंह को बुलावा नहीं भेजा। अब पार्टी का कहना है कि मुलायम सिंह मुखिया हैं, वो चाहे तो आ सकते हैं लेकिन बुलावा नहीं भेजा गया है।
इस सवाल पर कि वह हमेशा मुलायम का आशीर्वाद प्राप्त होने का दावा करते हैं, मगर क्या कारण है कि सपा संस्थापक उनकी बजाय अपने बेटे अखिलेश यादव के साथ दिखाई देते हैं, शिवपाल ने कहा ‘‘मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं और मैं अब जानकारी करना भी नहीं चाहता।’’
नई पार्टी बनाने के बाद रविवार को लखनऊ में ‘जनाक्रोश रैली‘ करने जा रहे शिवपाल ने कहा ‘‘अब हमारे सामने देश और समाज के बहुत से मुद्दे हैं। उन्हीं मुद्दों के कारण हमने कल जनाक्रोश रैली बुलाई है। हम जनता के मुद्दों को लेकर आगे बढ़ेंगे।’’
उल्लेखनीय है कि शिवपाल ने मुलायम के सामने प्रसपा-लो का नेतृत्व करने की पेशकश रखी थी। वह मुलायम का आशीर्वाद प्राप्त होने का भी लगातार दावा करते रहे हैं। हालांकि ज्यादातर मौको पर मुलायम अपने बेटे और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही नजर आते रहे हैं।