पटना: बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में जारी विवाद के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बुधवार को निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नीतीश का भ्रष्टाचार के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' महज ढोंग है। उन्होंने कहा, "मैं नीतीश कुमार को 40 वर्षों से जानता हूं। वह कितने दूध के धुले हैं, मैं जानता हूं। अगर भेद खुला तो गड़े मुर्दे उखड़ेंगे और बात दूर तक जाएगी।" ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस
तिवारी ने पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान लालू प्रसाद का पक्ष लेते हुए कहा कि महागठबंधन बचाना केवल लालू की जिम्मेदारी नहीं है। महागठबंधन बचाना नीतीश की भी जिम्मेदारी है। जद (यू) द्वारा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद पर लगे आरोपों का जवाब मांगने पर पूर्व सांसद ने कहा, "जद (यू) के प्रवक्ता बोल रहे हैं कि तेजस्वी सभी आरोपों का जवाब दें। नीतीश अदालत हैं क्या? क्या केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उनको आउटसोर्स किया है? आरोपों के जवाब के लिए अदालत है।"
उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री सभी आरोपों का जवाब पटना में 27 अगस्त को होने वाली रैली में देंगे। उन्होंने कहा कि जिन्होंने पिछले विधानसभा में महागठबंधन को वोट दिया है, वे कहीं से तेजस्वी को दोषी नहीं मानते।
बता दें कि जेडीयू ने फिर अपनी मांग दोहराते हुए कहा है कि 27 जुलाई से पहले तेजस्वी यादव सामने आकर या तो अपने केस के बारे में बिन्दुवार सफाई दें या उन्हें बिहार सरकार से इस्तीफा दे देना चाहिए। जेडीयू का कहना है कि अगर दोनों नहीं हुआ तो नीतीश खुद भी इस्तीफा देने को तैयार हैं। नीतीश कुमार साफ तौर पर बता देना चाहते हैं कि भ्रष्टाचार के नाम पर उनकी सरकार की छवि बिगड़ने नहीं दी जाएगी।
इसी मामले को लेकर तीनों पार्टियों ने अपने-अपने विधायक दल की बैठक बुलाई, लेकिन महागठबंधन विधायक दल की मीटिंग को लेकर अभी कुछ भी नहीं कहा जा रहा है। इधर दबाव, लालू परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप और सीबीआई की एफआईआर के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर इस्तीफे का दवाब बढ़ता जा रहा है। उधर दबाव मुक्त, नीतीश कुमार ने मंगलवार को दिल्ली में कहा कि गठबंधन चलाना सामूहिक (आरजेडी, कांग्रेस और जेडीयू की) जिम्मेदारी है। उनकी सरकार को किसी प्रकार का खतरा नहीं है।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई द्वारा भ्रष्टाचार के एक मामले में तेजस्वी को आरोपी बनाए जाने के बाद जद (यू) तेजस्वी से सभी आरोपों का तथ्यात्मक जवाब मांग रही है। राजद पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि सही जगह और सही समय पर सभी आरोपों का जवाब दिया जाएगा। इसके बाद दोनों दल आमने-सामने आ गए हैं।
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इस राजा की थी 365 रानियां, उनके खास महल में केवल निर्वस्त्र हीं कर सकते थे एंट्री