मुम्बई: शिवसेना ने राममंदिर मुद्दे को लेकर भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि भगवान राम की बातें करने वालों ने केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्ता में रहने के बावजूद अयोध्या में उन्हें वनवास में रखा। शिवसेना ने अपनी मांग दोहरायी कि राममंदिर निर्माण के लिए 2019 से पहले एक अध्यादेश लाया जाए। शिवसेना ने भाजपा का नाम लिये बिना उसकी तुलना कुंभकर्ण से की जो कि अपनी लंबी नींद के लिए जाना जाता है।
शिवसेना ने कहा कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कुंभकर्ण को उसकी गहरी नींद से जगाने के लिए अयोध्या में हैं ताकि मंदिर निर्माण की शुरुआत की जा सके। ठाकरे दो दिन के दौरे पर शनिवार को अपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश के मंदिर नगरी अयोध्या पहुंचे। शिवसेना ने सामना में एक संपादकीय में दावा किया कि अब हिंदुओं का यही मत है कि पहले मंदिर फिर सरकार। संपादकीय में लिखा है कि मंदिर निर्माण का वादा प्रत्येक चुनाव में किया जाता है, उसके बारे में बातें करने वालों के केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्ता में रहने के बावजूद उसका निर्माण नहीं हुआ है। भगवान राम को अयोध्या में ही वनवास मिला हुआ हैं।
इसमें कहा गया है कि यह सबसे बड़ा विश्वासघात है। जो लोग रामभक्त के रूप में सत्ता में आये वे अब कुंभकर्ण बन गए हैं। शिवसेना ने कहा कि महाभारत केवल पांच गांवों के लिए हुआ था लेकिन अयोध्या में महाभारत राममंदिर निर्माण के लिए शुरू है। ठाकरे की अयोध्या यात्रा का उल्लेख करते हुए पार्टी ने लिखा है कि महाराष्ट्र जन्मजात योद्धा है। महाराष्ट्र ने अयोध्या तक रामसेतु का निर्माण कर दिया है। हम इस सेतु के माध्यम से ही अयोध्या की ओर कूच कर गए हैं।