मुंबई: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर से करते हुए उन पर विपक्ष के अधिकारों को "दबाने" की कोशिश करने का ओर लगाया। शिंदे का यह बयान मोदी के सोलापुर दौरे के दौरान पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कथित पिटाई के एक दिन बाद आया है।
वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शिंदे ने प्रधानमंत्री पर सोलापुर में "चुनावी भाषण" देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सूखे, धनगर आरक्षण और जनता से जुड़े अन्य अहम मुद्दों पर बात करने में शर्म आती है। मोदी सड़क परियोजनाओं समेत कई विकास कार्यों को हरी झंडी दिखाने के लिये बुधवार को पश्चिमी महाराष्ट्र में थे। सोलापुर जिले के रहने वाले शिंदे ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन करना विपक्ष का अधिकार है।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, "भाजपा सरकार खासतौर पर प्रधानमंत्री लोकतंत्र में विपक्ष के प्रदर्शनों को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।" शिंदे ने दावा किया कि पुलिस ने कई युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पिटाई की। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिये। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "यह लोकतंत्र है या तानाशाही? यहां तक कि हिटलर भी इस तरह की हरकतें नहीं किया करता था।"
महाराष्ट्र भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने शिंदे पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वह गांधी परिवार से आदेश लेते हैं। उन्होंने कहा कि शिंदे को प्रधानमंत्री की आलोचना का कोई अधिकार नहीं है।