नागपुर: शत्रुघ्न सिन्हा और उनकी पार्टी BJP के बीच का विवाद खुल कर सामने आ रहा है। BJP और संघ के करीबी संबंधों के चलते संघ भी इस विवाद में पड़ता नजर आ रहा है। दरअसल, शनिवार को शत्रुघ्न संघ के नेताओं से मिलने पहुंचे थे पर उन्हें संघ समेत BJP के नेताओं की तरफ से बेहद ठंडी प्रतिक्रिया मिली।
शत्रुघ्न सिन्हा ने शुक्रवार को नागपुर पहुंच कर संघ के आला नेताओं से मुलाकात करने के लिए समय मांगने की कोशिश की, लेकिन संघ की तरफ से उन्हें बताया गया कि संघ प्रमुख मोहन भागवत शहर में नहीं हैं, वे केवल 22 नवंबर को ही उप्लब्ध होंगे इसलिए मुलाकात नहीं हो सकती।
सूत्रों के मुताबिक, बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा अपनी अनदेखी किए जाने की बात को संघ के सामने रखना चाहते थे। शत्रुघ्न को शिकायत है कि बिहार चुनाव के दौरान BJP अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें चुनाव प्रचार से दूर रखा।
शत्रुघ्न सिन्हा ने बयानों से मचाया था बवाल:
शत्रुघ्न सिन्हा में अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए बिहार चुनाव में करारी हार के बाद बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि ताली भी कप्तान को तो गाली भी कप्तान को मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा था, ‘अगर ताली कप्तान को तो गाली भी कप्तान को ही मिलनी चाहिए। जिसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया था उसकी ही जिम्मेदारी होनी चाहिए। हमें इस हार की समीक्षा करनी चाहिए।'