नई दिल्ली: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक बार फिर आपत्तिजनक बयान दिया है। 'आरएसएस सूत्रों' के हवाले से शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक नई उपमा दी है। शशि थरूर ने आरएसएस के सूत्रों का नाम लिए बगैर कहा कि 'मोदी शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह हैं। इन्हें ना तो हाथ से हटा सकते हैं और नी ही चप्पल से।' शशि थरूर ने ये बयान शनिवार को बेंगलुरु में आयोजित लिटरेचर फेस्टिवल में दिया था। यहां वो अपनी किताब 'The Paradoxical Prime Minister' पर बात कर रहे थे।
केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि पहले नियुक्त किए गए अधिकारियों को अब प्रधानमंत्री कार्यालय में मौजूद अधिकारियों की सहमति का इंतजार करना पड़ता है. इसी कारण अब, गृह मंत्री को पता नहीं है कि सीबीआई डायरेक्टर को बदला जा रहा है, विदेश मंत्री को सरकार की विदेश नीति में बदलाव की जानकारी नहीं है और रक्षा मंत्री को आखिरी पल तक राफले सौदे में किए गए बदलावों के बारे में पता नहीं होता।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शशिथरुर की विवादित टिप्पणी पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि कांग्रेस हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर रही है जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रविवार को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी खुद को शिव भक्त कहते हैं। उन्हें यह बताना चाहिए कि अपनी पार्टी के एक नेता की उस अभद्र टिप्पणी से वे सहमत हैं या नहीं।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह कांग्रेस की हताशा का परिणाम है कि वह प्राथमिक स्तर की मर्यादा भी भूल गई है। यही कारण है कि चुनाव आने पर प्रधानमंत्री मोदी पर अभद्र टिप्पणी की जा रही है। लेकिन जनता यह सब देख रही है और पूर्व की भांति पीएम पर वे जितना हमला करेंगे, पीएम उतने ही मजबूत होकर उभरेंगे।