मुंबई: ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी में हैं जिसके तहत वो संसद के मानसून सत्र के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री अपने पांच दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचीं। तीसरी बार पश्चिम बंगाल की सत्ता संभालने के बाद यह उनका राष्ट्रीय राजधानी का पहला दौरा है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि वह बुधवार को दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी विरोधी दलों का गठबंधन बनाने की संभावनाओं को तलाशने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत करेंगी।
उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात करने की उम्मीद है। उनका कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और विपक्षी दलों के कई अन्य नेताओं से मिलने का भी कार्यक्रम है। टीएमसी सुप्रीमो जाहिर तौर पर 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले राष्ट्रीय राजनीति में एक बड़ी भूमिका निभाने की कोशिश में है।
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में पवार ने कहा, “उन्होंने पिछले हफ्ते मुझे फोन किया था और मुझे अपनी दिल्ली यात्रा के बारे में बताया था और मिलने की इच्छा जताई थी। मुझे लगता है कि हम कल दिल्ली में मिल सकते हैं।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पैगसस जासूसी विवाद पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “इस बारे में कुछ भी कहने का यह समय और स्थान नहीं है। हम इस मुद्दे को सही जगह- संसद में उठाएंगे। हम इसे वहां उठाने की कोशिश करेंगे।”
ममता बनर्जी के बुधवार यानी 28 जुलाई को दोपहर एक बजे संसद भवन जाने का भी कार्यक्रम है। इधर, ममता आज (मंगलवार) शाम चार बजे पीएम मोदी से मुलाकात के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती हैं। पीएम से मुलाकात के पहले दिल्ली पहुंचते ही ममता की मुलाकातों का सिलसिला शुरू भी हो गया है।
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