पटना: महागठबंधन से नाता तोड़कर बिहार में सरकार बनाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाने वाली अपनी पार्टी जदयू से अलग रास्ता अख्तियार करते हुए दल के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने गुजरात में राज्यसभा का महत्वपूर्ण चुनाव जीतने पर आज अहमद पटेल को बधाई दी। शरद ने ट्वीट कर आज कड़ी बाधा के बावजूद राज्य सभा के चुनाव में जीत के लिए अहमद पटेल को हृदय से बधाई दी तथा उनकी सफलता की कामना की। शरद ने ट्वीट संदेश में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल का नाम नहीं लिया है पर अपने साथ उनकी तस्वीर लगायी है।
उनका यह संदेश ऐसे समय में महत्वपूर्ण है जब जदयू ने बिहार में भाजपा से हाथ मिला लिया है। शरद का यह बधाई संदेश तब आया है जब गुजरात विधानसभा में जदयू के एक मात्र विधायक छोटू वासवा ने बिहार में जदयू के भाजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाए जाने के बावजूद अहमद पटेल के पक्ष में मतदान किया था।
इस खेल को समझते हुए जदयू ने कहा कि शरद के करीबी रहे अपनी पार्टी के नेता अरुण श्रीवास्तव को गुजरात में संपन्न कराए जा रहे राज्यसभा चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर को चुनाव एजेंट नियुक्ति के लिए अनधिकृत रूप से पत्र लिखे जाने को लेकर उन्हें पार्टी के महासचिव पद से कल मुक्त कर दिया था। इस संबंध में श्रीवास्तव को पत्र जदयू के प्रधानसचिव के सी त्यागी द्वारा कल सौंपा गया था। त्यागी ने श्रीवास्तव को लिखे पत्र में उनसे कहा था आपसे हुई वार्ता में आपने स्वीकार किया कि गुजरात के राज्य सभा चुनाव के रिटर्नगि अफसर को आपने चुनाव एजेंट नियुक्ति संबंधी एक पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा था आपको पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार द्वारा ऐसे किसी निर्देश जारी करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है। इस स्थिति में आपका यह कृत्य पार्टी विरोधी धोखाधड़ी एवं अनुशासन भंग करने वाला है। श्रीवास्तव से त्यागी ने आगे कहा राष्ट्रीय अध्यक्ष (जदयू) ने इसे गंभीर घटना मानते हुए आपको पार्टी के महासचिव पद से विमुक्त कर दिया है।
त्यागी ने जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार द्वारा गुजरात में संपन्न राज्यसभा की सभी तीन सीटों के लिए चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर को लिखित एक पत्र को जारी किया है जिसमें केवल त्यागी को पार्टी का अधिकृत एजेंट नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया गया था। इसबीच विक्षुब्ध शरद जो कि बिहार से राज्यसभा सदस्य हैं, नीतीश कुमार के महागठबंधन से नाता तोडकर बिहार में सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ हाथ मिलाने पर नाराज चल रहे हैं और महागबंधन (जदयूराजदकांग्रेस) को मिले जनादेश को लेकर जनता से सीधे संवाद के लिए कल से तीन दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं।
इसबीच जदयू ने शरद की इस यात्रा से दूरी बनाते हुए आज कहा कि उसका उनकी इस यात्रा से कुछ भी लेना देना नहीं है। जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने शरद की इस बिहार यात्रा को उनकी व्यक्तिगत यात्रा बताते हुए केवल इतना कहा कि उन्होंने अपनी राह बदल ली है।