नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार पर कांग्रेस और एनसीपी अबतक मन नहीं बना पाए हैं। इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। फिलहाल दोनों नेताओं के बीच बातचीत जारी है। हालांकि पवार की मुलाकात का एजेंडा सियासी नहीं बल्कि किसान हैं लेकिन इस मीटिंग ने सियासी माहौल गरमा दिया है। वहीं इस मीटिंग ने शिवसेना की बेचैनी बढ़ा दी है। एनसीपी और बीजेपी के बीच खिचड़ी पकने के अंदेशे को उस तस्वीर से भी बल मिला जिसमें एनसीपी प्रमुख के घर बीजेपी के चार सांसद शरद पवार के साथ दिखे थे। हालांकि शिवसेना ने साफ किया है कि पीएम से मिलने का ये मतलब नहीं है कि कोई सियासी खिचड़ी नहीं पक रही है।
संजय राउत ने मीडिया के सवाल पर कहा कि पवार साहब किसान नेता हैं। वह प्रधानमंत्री से मिलकर महाराष्ट्र के किसानो की हालत बताएंगे। उन्होंने कहा, 'पवार साहब प्रधानमंत्री से मिलकर राज्य के किसानों के लिए ज्यादा-से-ज्यादा राहत की मांग करेंगे।' उन्होंने फिर दावा किया कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार जरूर बनेगी जिसका रास्ता गुरुवार तक साफ हो जाएगा।
शिवसेना ने एक बार फिर दावा किया है कि दिसंबर के पहले हफ्ते तक महाराष्ट्र में उसकी सरकार बन जाएगी। संजय राउत ने कहा कि कल दोपहर तक सरकार की तस्वीर साफ हो जाएगी। इस बीच आज कांग्रेस और एनसीपी के बीच भी मीटिंग होने वाली है। इस मीटिंग में सरकार बनाने की रणनीति पर चर्चा किया जाएगा। मीटिंग में शामिल होने के लिए एनसीपी और कांग्रेस के कई सीनियर नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। दरअसल ये मीटिंग मंगलवार को ही होनी थी लेकिन इस बैठक को आज के लिए टाल दिया गया था।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अंदरुनी सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पार्टी के ज्यादातर विधायक शिवसेना के साथ सरकार बनाना चाहते हैं। कांग्रेस के 41 विधायक सरकार में शामिल होने के पक्ष में हैं। इन विधायकों की तरफ से पार्टी आलाकमान को मैसेज भेजा गया है कि सरकार का गठन जल्द से जल्द किया जाए। यानी कांग्रेस धीरे-धीरे ही सही शिवसेना के साथ में सरकार बनाने के पक्ष में दिखाई पड़ रही है लेकिन ये कब तक होगा कहना मुश्किल है।