मुंबई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं, उसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने उन्हें समर्थन दिया है। मंगलवार को शरद पवार ने ममता बनर्जी को पत्र लिखकर CAA और NRC के विरोध में अपना समर्थन देने की घोषणा की है। ममता बनर्जी ने 23 दिसंबर को शरद पवार को पत्र लिखकर उनसे CAA और NRC के विरोध में अपना समर्थन देने की मांग की थी।
शरद पवार ने अपने पत्र में लिखा है कि वे इस मुद्दे पर ममता बनर्जी से पूरी तरह सहमत है और नागरिकता कानून तथा राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को लागू करने का विरोध करने वाले सभी नेताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने की शपथ लेते हैं।
देश की संसद नागरिकता कानून पर बहस के दौरान ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस पार्टी, शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, मायावती की बहुजन समाज पार्टी, डीएमके तथा कुछ अन्य विपक्षी दलों ने बिल के विरोध में वोटिंग की थी जबकि शिवसेना ने लोकसभा में पक्ष में वोटिंग की थी और राज्यसभा में वोटिंग में भाग नहीं लिया था। महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ मिलकर शिवसेना सरकार चला रही है।