नई दिल्ली। महाराष्ट्र में भीमा कोरेगांव के मुद्दे पर राज्य सरकार के घटक दलों में खींचतान बढ़ती नजर आ रही है। मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भीमा कोरेगांव केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है और ऐसा समझा जा रहा है कि मुख्यमंत्री के इस कदम से सरकार के घटक दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस खुश नहीं हैं। इसके अलावा यह भी चर्चा है कि नागरिकता कानून (CAA) को लेकर शिवसेना और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के रुख से भी एनसीपी और कांग्रेस खुश नहीं हैं।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को महाराष्ट्र सरकार में मौजूद अपने सभी मंत्रियों को बैठक के लिए बुलाया है। हालांकि एनसीपी ने इस बैठक पर सफाई दी है। एनसीपी नेता और महराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने बताया कि बैठक 8 दिन पहले से नियोजित थी और इस बैठक में महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति और मंत्रीमंडल के कामकाज पर चर्चा होगी और इसके अलावा पार्टी के अंदर आगे मंत्रियों को किस तरह से जिम्मेदारी दी जाएगी इसपर भी चर्चा होगी।