नागपुर: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने अपने 77वें जन्मदिन पर मंगलवार को कांग्रेस और अन्य पार्टियों के साथ भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार के खिलाफ जुलूस निकाला और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का संबंध पाकिस्तान से जोड़ने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा को शर्म आनी चाहिए। 'जन आक्रोश हल्ला बोल' जुलूस की अगुवाई करने के बाद पवार ने एक विशाल रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा, "मनमोहन सिंह की विश्वसनीयता बेदाग है और गुजरात चुनाव जीतने के लिए उनपर पाकिस्तान की मदद का आरोप लगाना बेहद गलत है।"
उन्होंने कहा, "जब से भारतीय जनता पार्टी नीत गठबंधन सत्ता में आया है, इन्होंने देश को बर्बाद कर दिया। इन्होंने काफी गंदी राजनीति का सहारा लिया है और सत्ता में आने के लिए इन्होंने पाकिस्तान मुद्दे को उठाया है। यह बहुत बुरी घटना है।" पवार ने कहा, "मोदी सरकार ने सत्ता में तीन साल से ज्यादा पूरे कर लिए, लेकिन किसानों का मुद्दा अब तक अनसुलझा है और उनकी समस्याओं को दरकिनार किया जाता है, जिससे उन्हें आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ता है।"
पवार ने चेताते हुए कहा, "मुख्यमंत्री ने हमें धमकी दी है। राज्य चलाने का उनके पास पूरा अधिकार है, लेकिन वह अगर हमें जेल में डालने के लिए धमकाएंगे तो राज्य के किसान उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए काफी हैं।"उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि यह आंदोलन किसानों की दयनीय दशा के प्रति सरकार को जगाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य, राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा किसानों को ऋण माफी देने में विफल रहने समेत अन्य मुद्दों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है।
इसबीच, भाजपा-शिवसेना सरकार ने राज्य के सिंचाई विभाग में 72,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के चार मामलों में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से चार विभिन्न मामले दर्ज किए जाने पर पवार पर जवाबी हमला किया। भ्रष्टाचार के इस मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और पूर्व मंत्री सुनिल तटकरे समेत कई वरिष्ठ नेता फंस सकते हैं।