इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के 'आतंकवादियों के माध्यम से ही आतंकवादियों का सफाया किया जा सकता है' वाले बयान पर गंभीर चिंता जताई है। पाकिस्तान ने कहा कि इस बयान से आतंकवाद में भारत के शामिल होने की आशंका की पुष्टि होती है। विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा, 'यह बयान केवल पाकिस्तान में आतंकवाद में भारत के शामिल होने की पाकिस्तान की आशंकाओं की पुष्टि करता है।'
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय द्वारा जारी बयान में अजीज के हवाले से कहा गया, 'पहली बार ऐसा होगा कि किसी निर्वाचित सरकार का कोई मंत्री किसी दूसरे देश या उसके सरकार से इतर तत्वों से पनपने वाले आतंकवाद को रोकने के नाम पर उस देश में आतंकवाद के इस्तेमाल की खुलकर वकालत करता हो।'
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान गंभीरता से भारत के साथ अच्छे पड़ोसी के रिश्ते रखने की नीति का पालन करता है। अजीज ने कहा, 'आतंकवाद हमारा साझा शत्रु है और इस समस्या को हराने के लिए मिलकर काम करना दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण होगा, जिससे पाकिस्तान ने दूसरे किसी देश से बहुत ज्यादा परेशानी झेली है।'
पर्रिकर ने गुरुवार को आतंकवादियों के जरिए ही आतंकवादियों को समाप्त करने पर जोर देते हुए कहा था कि भारत किसी विदेशी धरती से रचे गए 26/11 के तरह के हमलों को रोकने के लिए अतिसक्रियता से कदम उठाएगा। पर्रिकर ने कहा था, 'कई चीजें हैं, जिन पर मैं यहां वाकई बात नहीं कर सकता। लेकिन अगर पाकिस्तान ही क्यों, कोई दूसरा देश भी मेरे देश के खिलाफ कुछ साजिश रच रहा है तो हम निश्चित रुप से कुछ अग्रसक्रिय कदम उठाएंगे।'
उन्होंने हिंदी मुहावरे 'कांटे से कांटा निकालना' का भी इस्तेमाल किया था और पूछा था कि आतंकवादियों को समाप्त करने के लिए हमेशा केवल भारतीय सैनिकों का ही इस्तेमाल क्यों किया जाए।
जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी समूहों ने भी रक्षा मंत्री के इस बयान की आलोचना की है। उन्होंने दावा किया कि इससे पता चलता है कि सरकार की 'लक्षित कर' लोगों को मारने की योजना है। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के एक प्रवक्ता ने कहा, 'सरकार की बंदूकधारी संस्कृति के नए चरण की घोषणा अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा 'लक्षित लोगों' को मारने की खतरनाक योजना की शुरुआत है। यह नई दिल्ली में सांप्रदायिक सरकार को बेनकाब करने के लिए पर्याप्त है।'
प्रवक्ता ने कहा, 'कश्मीर को लेकर बीजेपी की खतरनाक योजना का विरोध करने के बजाय सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद इस प्रक्रिया में उनकी मदद कर रहे हैं और सत्ता में बने रहने के लिए वह राज्य के भविष्य को खतरे में डाल रहे हैं।' जेकेएलएफ ने रक्षा मंत्री के बयान को कश्मीरी स्वतंत्रता संघर्ष को दबाने वाला बताया।