केंद्रीय मंत्रिमंडल में आज शाम होने वाले बदलाव से पहले मोदी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों ने जगह खाली करना शुरू कर दिया है। श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। गंगवार मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश के बरेली से सांसद हैं। इससे पहले शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और महिला बाल विकास मंत्रालय से देबाश्री चौधरी, रसायन मंत्री सदानंद गौड़ा भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
आज शाम होगा मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार, नए चेहरों को मिलेगी जगह
केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार आज शाम 6 बजे होगा। इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनवाल, नारायण राणे जैसे राजनीतिक दिग्गजों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, अनुप्रिया पटेल, अलावा मनोज तिवारी, हिना गावित और राहुल कासवान जैसे युवाओं के नाम भी संभावित मंत्रियों में शुमार हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस बार मोदी मंत्रिमंडल में पिछड़े वर्ग के मंत्रियों की तादाद ज्यादा होगी, और युवाओं एवं दलित प्रतिनिधियों की भी अच्छी संख्या होगी।
सुबह से जारी है इस्तीफों का सिलसिला
केंद्रीय मंत्रिमंडल में नए चेहरों के शामिल होने की पुष्टि के बाद से मौजूदा मंत्रियों के इस्तीफों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। अब तक मोदी केबिनेट के तीन बड़े मंत्री इस्तीफा सौंप चुके हैं। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी इस्तीफा दे दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में 2019 में जब दूसरी बार एनडीए की सरकार बनी थी तो रमेश पोखरियाल निशंक को शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया था। रमेश पोखरियाल निशंक के अलावा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से देबाश्री चौधरी की भी छुट्टी हो गई है। वहीं मोदी सरकार के मंत्री थावर सिंह गहलोत के राज्यपाल के रूप में नियुक्त के बाद उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया है।
अधिकतम 81 सांसद बन सकते हैं मंत्री
मोदी सरकार के सांसदों की संख्या को देखते हुए अधिकतम 81 नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है और फिलहाल मौजूदा मोदी सरकार ने 53 नेता मंत्री हैं, यानि मंत्रिमंडल में 28 और नेताओं की जगह है। लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार में 20 से ज्यादा नेताओं को जगह नहीं मिलेगी और कुछ नेताओं का मंत्रालय भी बदला जा सकता है