नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर गवालन घाटी में हिंसक झड़प के मामले पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एक बार फिर हमला बोला। राहुल गांधी ने सवाल किया कि लद्दाख में जवानों की शहादत का जिम्मेदार कौन है। इसके ठीक बाद बीजेपी ने राहुल पर पलटवार किया। राहुल गांधी के हमले का संबित पात्रा ने जवाब दिया। संबित पात्रा ले कहा कि प्रधानमंत्री सिर्फ बीजेपी के नहीं देश के प्रधानमंत्री हैं। मोदी को डरा हुआ कहना हिंदुस्तान को डरा हुआ कहना है।
बीजेपी नेता ने कहा कि राहुल गांधी इस मौके पर जिम्मेदारी नहीं दिखा रहे हैं। उन्हें सेना पर यकीन नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल को देश को गुमराह करने की राजनीति से बाज आना चाहिए। उन्होंने राहुल पर निशाना साधते कहा कि राहुल को कांग्रेस काल में चीन के साथ हुए समझौतों के बारे में पढ़ने की नसीहत दे दी।
उन्होंने 1996 में हुए चीन के साथ समझौते का जिक्र करते हुए कहा, "अगर आप पढ़े लिखे नहीं है, जानकारी नहीं है। घर में बैठकर लॉकडाउन का इस्तेमाल करते हुए कुछ किताबें पढ़नी चाहिए थी। चीन के साथ कांग्रेस के शासन काल में क्या-क्या समझौते हुए थे, यह आपको पढ़ लेना चाहिए था।"
पात्रा ने कहा कि दोनों देशों के बीच समझौता हुआ था कि एलएसी के दो किलोमीटर रेंज में गन, बम इस्तेमाल नहीं हो सकता। ऐसे में हथियार देकर भेजने का मतलब ही नहीं है। राहुल गांधी के आज के ट्वीट पर पात्रा ने कहा राहुल को थोड़ा संयम बरतने की जरूरत है। यह सवाल 19 जून को सर्वदलीय बैठक में पूछा जा सकता था।
इस दौरान संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि अगस्त 2008 में कांग्रेस और चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी के बीच एमओयू साइन किया था। वह बोले समझौते दो देशों के बीच होते सुना है, लेकिन दो पार्टियों के बीच समझौता क्यों हुआ?
बता दें कि राहुल ने ट्विटर पर एक 18 सेकेंड का वीडियो जारी कर कहा, "चीन ने हिंदुस्तान के निहत्थे सैनिकों की हत्या करके एक बहुत बड़ा अपराध किया है। मैं पूछना चाहता हूं कि इन वीरों को बिना हथियार खतरे की ओर किसने भेजा और क्यूं भेजा। कौन जिम्मेदार है?"