नई दिल्ली: राहुल गांधी पर करारा प्रहार करते हुए भाजपा ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष अपने ट्वीट में किए गए दावे के उलट सत्ता के अलावा किसी और से प्यार नहीं करते। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस में 'फूट डालो और शासन करो' की परंपरा को हथियाने की होड़ लगी है। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "राहुल गांधी ने एक ट्वीट में दावा किया है कि वह सभी जीवित प्राणियों से प्यार करते हैं। सच्चाई यह है कि वह किसी जीवित प्राणी से प्यार नहीं करते हैं बल्कि एक गैर-जीवित चीज, सत्ता के सिंहासन से प्यार करते हैं।"
उन्होंने कहा कि जब 'राहुल कहते हैं कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है', तो यह 'अंतिम कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति, जिसके बारे में राहुल दावा करते हैं कि वह उनके साथ हैं,' के साथ विश्वासघात है। पात्रा ने कहा, "आप कहते हैं कि आप कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के साथ हैं, जो कि दीन दयाल उपाध्याय की विचारधारा है, लेकिन कांग्रेस कई वर्षो से कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के साथ नहीं है। इसलिए अंतिम व्यक्ति भी इनके साथ नहीं है।" उन्होंने कहा, "आपने 70 वर्षो से अंतिम आदमी को ठगा है और जब आप यह कहते हैं कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है, तो यह कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति या सबसे ज्यादा दबे कुचले व्यक्ति के साथ विश्वासघात भी है।"
पात्रा के संवाददाता सम्मेलन से कुछ घंटे पहले राहुल ने ट्वीट कर कहा था, "मैं कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के साथ खड़ा हूं। शोषित, वंचित, सताए हुए लोगों के साथ खड़ा हूं। उनके धर्म, जाति और विश्वास मेरे लिए मायने नहीं रखते। मैं दर्द में डूबे लोगों को गले लगाता हूं। मैं नफरत और डर को समाप्त करना चाहता हूं। मैं सभी जीवित प्राणियों से प्यार करता हूं। मैं कांग्रेस हूं।" इस ट्वीट में किसी व्यक्ति या पार्टी की ओर इशारा नहीं किया गया था, लेकिन यह उनके कथित रूप से 'कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है' वाले बयान पर स्पष्ट रूप से भाजपा की लगातार आलोचना के परिप्रेक्ष्य में किया गया ट्वीट था।
राहुल के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए पात्रा ने कहा, "राहुल गांधी और असदुद्दीन ओवैसी में जिन्ना की विचाराधारा को हथियाने के लिए प्रतिस्पर्धा की भावना है।" पात्रा ने कहा, 'ओवैसी ने पूछा था कि सेना और अर्धसैनिक बलों में मुस्लिमों की कितनी संख्या है। वे लोग सेना को विभाजित करना और सेना में धर्म को लाना चाहते हैं।'
उन्होंने कहा, "कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली यह कहकर लगता है जैसे दूसरे ओवैसी बन गए हैं कि सेना में मुस्लिमों की स्थिति सच में निराशाजनक है। भाजपा विभाजन की राजनीति को खारिज करती है और 'सबका साथ, सबका विकास' में विश्वास करती है।"