नई दिल्ली: याकूब मेमन की पत्नी को राज्यसभा के लिए नामांकित करने की मांग करने पर समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के उपाध्यक्ष मोहम्मद फारूक घोसी को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।
याकूब मेमन की मौत के बाद उसके परिवार से जुड़े लोगों पर दिनों-दिन सियासत गर्म होने लगी है। मुंबई में समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद फारुक घोसी ने पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को चिट्टठी लिख कर कहा था कि याकूब की पत्नी राहीन को सांसद बनाना चाहिए। इस मामले पर संज्ञान लेते हुए पार्टी ने उन्हें पद से हटा दिया है।
मुंबई में समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद फारुक घोसी ने पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को चिट्टठी लिख कर कहा था कि, याकूब की फांसी के बाद उनके मन में कुछ सवाल खड़े हो रहे हैं और उन्हीं से परेशान होकर वह चिट्ठी लिख रहे हैं। पूरे मामले पर विवाद बढ़ता देख घोसी ने बाद में यू-टर्न लेते हुए कहा कि, यह मेरी निजी राय थी।
घोसी ने लिखा, 'कोर्ट ने याकूब को दोषी करार दिया और उनकी पत्नी राहीन मेमन को बरी कर दिया, जोकि उन्हीं के साथ गिरफ्तार हुई थीं और कई साल जेल में भी रहीं। कितनी तकलीफ सही होगी औप हम समाजवादियों की एक खूबी है कि मन की बात कहना जरूरी है।'
सपा नेता ने मुलायम सिंह को असहायों का मददगार बताते हुए कहा कि उनकी नजर में राहीन असहाय लग रही हैं और उनकी मदद करना समाजवादियों का फर्ज है। उन्होंने लिखा- 'मुसलमान भी खुद को असहाय समझ रहे हैं। हमें साथ देना चाहिए.... राहीन याकूब मेमन को संसद सदस्य बनाकर उन्हें असहायों की आवाज बनने देना चाहिए।'
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