Monday, November 04, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राजनीति
  4. कांग्रेस के नए अध्यक्ष को चुनने के लिए कोई जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए: खुर्शीद

कांग्रेस के नए अध्यक्ष को चुनने के लिए कोई जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए: खुर्शीद

उन्होंने कहा कि पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए उनसे किसी ने संपर्क नहीं किया और यदि कोई ऐसा करता तो मैं हस्ताक्षर नहीं करता क्योंकि वह पत्र से सहमति नहीं रखते हैं।

Written by: Bhasha
Published on: August 30, 2020 19:38 IST
Salman Khursid on new congress president  । कांग्रेस के नए अध्यक्ष को चुनने के लिए कोई जल्दबाजी नहीं- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO कांग्रेस के नए अध्यक्ष को चुनने के लिए कोई जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए: खुर्शीद

नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने रविवार को कहा कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष को चुनने के लिये कोई जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए और इसके बिना कोई आसमान नहीं टूट जायेगा क्योंकि सोनिया गांधी अभी शीर्ष पर मौजूद है और नेतृत़्व के मुद्दे पर निर्णय लेने का फैसला उन पर ही छोड़ देना चाहिए। गांधी परिवार के करीबी समझे जाने वाले नेताओं में शामिल और पूर्व केन्द्रीय मंत्री खुर्शीद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये साक्षात्कार में कहा कि कांग्रेस प्रमुख के पद पर लंबे समय तक रहने वाली सोनिया गांधी नेतृत्व के मुद्दे को सुलझाने के लिए सर्वश्रेष्ठ फैसला ले सकती हैं।

पढ़ें- Sushant Singh Rajput Case से भाजपा का कोई संबंध नहीं: दानवे

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सामूहिक नेतृत्व और पूर्णकालिक एवं सक्रिय अध्यक्ष की मांग को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं के समूह ने यदि उनसे संपर्क किया होता तो भी उन्होंने इस पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किये होते। संगठन में व्यापक बदलाव और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर सोनिया को पत्र लिखने वाले नेताओं में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद भी शामिल थे।

पढ़ें- चीन के साथ बढ़े तनाव के बीच भारतीय नौसेना करने जा रही है ये काम

सलमान खुर्शीद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद भी तो कई वर्षों से पार्टी के शीर्ष पदों पर रहे हैं तब भी जब इस तरह के चुनाव नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि शायद आजाद पार्टी में एक बदलाव चाहते हैं और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि जो वह कह रहे हैं नेतृत्व इस पर विचार करेगा क्योंकि वह एक वरिष्ठ नेता हैं। खुर्शीद ने कहा कि जिन नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है, उनकी हमेशा उन (सोनिया) तक पहुंच थी और वे पत्र लिखने के बजाय उनसे संपर्क कर सकते थे।

पढ़ें- माता वैष्णो देवी के भक्तों के लिए खुशखबरी, एक कॉल कर मंगा सकेंगे प्रसाद

उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत स्पष्ट है कि इस पत्र में शामिल महत्वपूर्ण व्यक्ति हमारी पार्टी के शीर्ष नेताओं से करीब से जुड़े हैं और इसलिए सोनिया गांधी ने संकेत दिया है कि यह सबसे बेहतर था कि वे पार्टी की सीमाओं के भीतर इस पर चर्चा करते।’’

पढ़ें- अगले महीने रूस में आयोजित हो रहे युद्धाभ्यास में शामिल नहीं होगा भारत

संगठन में व्यापक बदलाव और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर सोनिया गांधी को ‘23 नेताओं के समूह’ द्वारा पत्र लिखे जाने के बाद खुर्शीद के इस बयान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पत्र में दिए गए सुझावों पर खुर्शीद ने कहा कि चर्चा एक नेता के चुनाव के बारे में लगती है और कांग्रेस अध्यक्ष ने संकेत दिया है कि ऐसा उचित समय पर किया जा सकता है जब भौतिक रूप से यह संभव हो।

पढ़ें- दिल्ली में कोरोना मामलों ने फिर मारी छलांग

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे जैसे लोगों के लिए, हमारे पास पहले से ही नेता हैं, सोनिया गांधी हमारी एक नेता हैं, राहुल गांधी हमारे एक नेता हैं। इसलिए मेरे लिए नेताओं के चुनाव के बारे में कोई जल्दबाजी करने का कोई मतलब नहीं है। अध्यक्ष का चुनाव, हां यह जब होगा तब होगा, इसके बिना कोई आसमान नहीं टूट जायेगा।’’

पढ़ें- Unlock 4.0 की गाइडलाइंस जारी, जानिए 10 बड़ी बातें

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हमारे पास अंशकालिक अध्यक्ष नहीं है, हमारे पास एक पूर्णकालिक अध्यक्ष है लेकिन पूर्णकालिक अध्यक्ष एक अंतरिम अध्यक्ष है और अंतरिम अध्यक्ष के रूप में कोई भी सामान्य व्यक्ति नहीं है क्योंकि वह सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाली अध्यक्ष हैं। हमें सिर्फ भरोसा करना चाहिए और नये अध्यक्ष के बारे में प्रक्रिया शुरू करने का जिम्मा उन (सोनिया) पर छोड़ देना चाहिए।’’

पढ़ें- 'जय भीम-जय मीम' के जवाब में विश्व हिंदू परिषद ने दिया ये नारा

उन्होंने कहा कि पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए उनसे किसी ने संपर्क नहीं किया और यदि कोई ऐसा करता तो मैं हस्ताक्षर नहीं करता क्योंकि वह पत्र से सहमति नहीं रखते हैं। खुर्शीद ने कहा, ‘‘उस पत्र के बारे में कुछ भी नहीं है जो मुझे व्यक्त करने का अवसर देता है और मैं कहना चाहता हूं, हमने हमेशा नेतृत्व के साथ सीधे बात की है, इसलिए मुझे नहीं पता कि क्या बदल गया है जिसके कारण लोग सीधे नहीं बोल रहे हैं। मेरे लिए कुछ भी नहीं बदला है और इसलिए, मुझे पत्र लिखने का कोई मतलब नहीं दिखता।’’

उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि नेताओं को राहुल गांधी से पार्टी अध्यक्ष फिर से बनने का बार-बार आग्रह करने के बजाय यह फैसला उन पर ही छोड़ देना चाहिए।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Politics News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement