जयपुर। लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद राज्य सरकार में नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठने लगी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच गुटबाजी सामने आने लगी है। राज्य में कांग्रेस विधायक पीआर मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हटाकर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने का बयान दिया है।
राज्य की टोडाभीम विधानसभा से कांग्रेस विधायक पीआर मीणा ने कहा की राजस्थान में सचिन पायलट को ही मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावो में हार की सबसे बड़ी वजह सचिन पायलट को मुख्यमंत्री न बनाया जाना है, और इस हार की जिम्मेदारी प्रदेश के मुख्यमंत्री यानी अशोक गहलोत की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विधायकों की बात नहीं सुनते, राज्य का मुख्यमंत्री अब युवा चेहरा होना चाहिए।
हाल में ही अशोक गहलोत ने जोधपुर सीट पर अपने बेटे की हार की जिममेदारी सचिन पायलट को लेने के लिए कहा और उसके बाद सचिन पायलट के समर्थकों की तरफ से इन तरह में बयान आना साफ संकेत देता है की प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के बीच गुटबाजी चरमपर है और सचिन पायलट गुट के विधायक उनको मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखने लगे हैं।
लोकसभा चुनावों के दौरान राजस्थान में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत खराब रहा है, राज्य में पार्टी की सरकार होने के बावजूद कांग्रेस का एक भी सांसद राजस्थान से नहीं चुना गया है। राज्य की सभी 25 में से 24 लोकसभा सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी जीते हैं और एक सीट पर भाजपा के सहयोगी हनुमान बेनीवाल की जीत हुई है।