नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भाजपा के सामने खतरे की घंटी बजा दी है। संघ ने दो मुद्दों का हवाला देकर भय जताया है कि अगले आम चुनाव में पार्टी के लिए भारी पड़ सकती हैं। ये दो मुद्दे हैं बेरोजगारी और किसानों की समस्याएं। टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय मंजदूर संघ से जुड़े आरएसएस के एक नेता ने कहा कि वे लोग किसानों द्वारा सामना की जाने वाली समस्याएं और नौकरी के मौकों की कमी को लेकर भाजपा को बार-बार चेतावनी दे रहे थे। संघ नेता ने कहा, ‘अगर सरकार हमारी बात पर ध्यान देती तो भाजपा का गुजरात में इस तरह का प्रदर्शन नहीं होता।’
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा इन दो मुद्दों पर काम नहीं करती है तो 2019 के लोकसभा चुनाव और 2018 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की राह मुश्किल हो सकती है। आरएसएस की आर्थिक शाखा स्वदेशी जागरण मंच के एक नेता ने कहा कि गलत आर्थिक नीतियां किसानों और युवाओं की मुश्किलों का सबब बनती जा रही है। स्वदेशी जागरण मंच ने इस बावत सरकार को कुछ सुझाव दिये हैं। उन्होंने कहा कि अगर वक्त पर कदम नहीं उठाये गये तो हालात नियंत्रण से बाहर जा सकते हैं।
बता दें कि गुजरात चुनाव में भाजपा ने भले ही सरकार बना ली है लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस चुनाव में भाजपा के सीटों में कमी आई है। इस चुनाव में भाजपा को 100 सीटें भी हासिल नहीं हो सकी हैं जबकि बीते चुनाव में पार्टी के खाते में 115 सीटें गई थी।