नयी दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है। मोहन भागवत ने कहा कि चाहे जिसकी सरकार बने, लोकसभा चुनाव के बाद आरएसएस अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू कर देगा। बता दें कि इससे पहले विश्व हिंदू परिषद ने चुनाव तक राम मंदिर आंदोलन रोकने का ऐलान किया था क्योंकि वह नहीं चाहता कि यह कोई चुनावी मुद्दा बने।
प्रयागराज में आरएसएस द्वारा आयोजित धर्मसभा के कुछ दिनों बाद संगठन ने यह घोषणा की है। गौरतलब है कि धर्मसभा में यह प्रस्ताव स्वीकार किया गया था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण तक हिंदू चैन से नहीं बैठेंगे और न ही दूसरों को चैन से बैठने देंगे। राम जन्मभूमि आंदोलन का नेतृत्व करता रहा आरएसएस पिछले कई महीनों से देश भर में अभियान चलाकर मांग कर रहा है कि अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण के लिए संसद से एक कानून पारित हो।
इस अभियान के तहत आरएसएस ने देश भर में रैलियां की हैं और हर पार्टी के सांसदों से मुलाकात की है। आरएसएस के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा, ‘‘आरएसएस ने आम चुनाव संपन्न होने तक अयोध्या में भगवान राम की जन्मस्थली पर राम मंदिर के निर्माण के लिए अपना अभियान रोकने का फैसला किया है क्योंकि संगठन नहीं चाहता कि यह कोई चुनावी मुद्दा बने।’’
जैन ने कहा कि संगठन अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के मुद्दे को लेकर प्रतिबद्ध है और नई सरकार बनने पर आगे की रणनीति तय करेगा लेकिन जिस तरह से अब मोहन भागवत ने यह कहा है कि चुनाव के बाद संघ मंदिर निर्माण शुरू कर देगा उसने सियासी हलचल को बढ़ा दिया है।