नई दिल्ली: मशहूर एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा को लेकर बीजेपी सांसद विनय कटियार ने विवादित बयान दिया है। रोहिंग्या मुसलमानों के प्रति हमदर्दी जताने को लेकर विनय कटियार प्रियंका चोपड़ा से नाराज़ हैं। दरअसल प्रियंका बांग्लादेश में रोहिंग्या मुसलमानों के शरणार्थी शिविरों में गईं थी जिसके बाद उन्होंने बयान दिया था कि इन लोगों को देखभाल की जरूरत है और सबको इनकी मदद करनी चाहिए। इस पर विनय कटियार ने कहा कि जिन्हें रोहिंग्या मुसलमानों की इतनी फिक्र है वो देश छोड़कर चले जाएं।
बांग्लादेश में रोहिंग्या मुसलमानों के कैम्प के दौरे के बाद से प्रियंका चोपड़ा कई लोगों के निशाने पर है। सोशल मीडिया पर तो प्रियंका तभी से ट्रोल होने लगीं थी जब उन्होंने वहां की तस्वीरें ट्विटर और इस्टांग्राम पर डाली लेकिन अब बीजेपी के राज्यसभा सांसद विनय कटियार भी प्रियंका के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। कटियार ने कहा है कि इन लोगों को रोहिंग्या मुसलमानों की हकीकत का पता नहीं है। ऐसे में जो बिना हकीकत जाने रोहिंग्या मुसलमानों के प्रति हमदर्दी जता रहे हैं उन्हें ये देश छोड़कर चले जाना चाहिए।
प्रियंका चोपड़ा इन दिनों बॉलीवुड के साथ-साथ हॉलीवुड में भी नाम कमा रही हैं। ऐसे में यूनिसेफ की ब्रैंड एम्बेसडर के तौर पर प्रियंका रोहिंग्या मुसलमानों के शरणार्थी शिविरों में गईं थीं। इन शिविरों की बुरी हालत और यहां रह रहे बच्चों की दुर्दशा पर प्रियंका ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखी थी। प्रियंका ने लिखा था कि, “मैं इस वक्त बांग्लादेश में कॉक्स बाज़ार के रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में हूं। रखाईन में नस्लीय हिंसा की वजह से 7 लाख रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं और इनमें करीब 40 फीसदी बच्चे हैं। इनके पास खाने को कुछ नहीं है। बारिश का सीजन आ रहा है, बच्चों की एक पूरी पीढ़ी का भविष्य खतरे में है। इन बच्चों को देखभाल की जरूरत है। हमें इनकी देखभाल करनी चाहिए।“
इसी पोस्ट के बाद प्रियंका विवादों में आईं। रोहिंग्या मुसलमानों को शरण देने का मुद्दा भारत के लिए काफी संवेदनशील रहा है। कई लोगों का आरोप है कि ये रोहिंग्या मुस्लिम आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहते हैं। रोहिंग्या मुसलमानों को शरण दी जाए या नहीं इस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी चल रही है। अभी कुछ ही दिन पहले ये खबर आई कि रोहिंग्या चरमपंथियों ने बांग्लादेश में कई हिंदुओं की हत्या की। ऐसे में प्रियंका चोपड़ा का रोहिंग्या मुसलमानों के शरणार्थी शिविरों में जाना और उनकी तरफदारी करना कई लोगों को रास नहीं आ रहा है।