मुरादाबाद: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा के सियासत में आने की चर्चाएं तेज होती जा रही हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रॉबर्ट वाड्रा के स्वागत में पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति वाड्रा को मुरादाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए स्वागत की बात कही गई है और युवा कांग्रेस को निवेदक बताया गया है। इन पोस्टरों के सामने आने के बाद सियासी सरगर्मी बढ़ी ही थी कि मुरादाबाद की कांग्रेस ईकाई ने ऐसी किसी भी बात से इनकार कर दिया।
आपको बता दें कि इससे पहले रविवार को रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था कि उनके खिलाफ जारी मामले खत्म हो जाने पर वह लोगों की सेवा में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उनके इस बयान के बाद उनके राजनीति में आने की अटकलें शुरू हो गईं। वाड्रा के इस बयान पर तंज कसते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कहा था कि राहुल गांधी के बहनोई कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा से जब वाड्रा के राजनीति से जुड़ने के ‘संकेत’ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘क्या उन्हें लोगों से जुड़े काम करने के लिए मोदी जी से अनुमति लेनी होगी?’ खेड़ा ने कहा कि इन संकेतों का निहितार्थ मीडिया को निकालना है।
वाड्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट में देश के विभिन्न भागों, खासकर उत्तर प्रदेश में प्रचार और अपने काम के दौरान गुजारे गए वर्षों और महीनों के बारे में लिखा तथा दावा किया कि इससे उन्हें लोगों के लिए और अधिक काम करने की प्रेरणा मिली। वाड्रा ने कहा, ‘इन सभी वर्षों के अनुभव और सीख को व्यर्थ नहीं किया जा सकता। और इसका बेहतर इस्तेमाल किया जाना चाहिए। एक बार इन आरोप-प्रत्यारोपों के खत्म हो जाने पर, मुझे लगता है कि मुझे लोगों की सेवा में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए।’ जांच एजेंसियां उनसे भ्रष्टाचार और धनशोधन के आरोपों में पूछताछ कर रही हैं जिन्हें वे राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज करते रहे हैं।