नई दिल्ली: सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किल बढ़ सकती है। राजस्थान की वसुंधरा सरकार ने जमीन घोटाले से जुड़ी 18 मामलों की जांच सीबीआई को सौंप दी है। मामला बीकानेर में 275 बीघा जमीन के गलत तरीके से आवंटन से जु़ड़ा है। इस जमीन का एक हिस्सा वाड्रा की कंपनी ने खरीदा था और अब राजस्थान सरकार ने इसकी जांच सीबीआई से कराने की कार्रवाई पूरी कर ली गई है। हालांकि कांग्रेस ने पूरे मामले पर वसुंधरा सरकार पर हमला बोलते हुए इसे चुनावी हथकंडा करार दिया है। ये भी पढ़ें: ट्रिपल तलाक़ पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फ़ैसले के पीछे हैं ये पांच महिलाएं
वहीं इस लैंड डील की सीबीआई जांच की सिफारिश पर रॉबर्ट वाड्रा भड़क गए हैं और उन्होंने फेसबुक पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। वाड्रा ने कहा है कि सच्चाई की जीत होगी।
वाड्रा ने फेसबुक पर लिखा है कि पहले राजस्थान पुलिस ने 26 अगस्त 2014 को एफआईआर दर्ज की। तीन साल में उन्होंने चार्जशीट दाखिल की, कंपनी के अफसरों को समन किया लेकिन उनको कोई सबूत हाथ नहीं लगा। न तो एफआईआर में और न ही चार्जशीट में मुझे किसी तरह से आरोपी बनाया गया। जब पुलिस की कार्रवाई से कुछ नहीं हुआ तो मुझे परेशान करने के लिए ईडी को लगा दिया गया।
उन्होंने आगे लिखा है कि ईडी ने छापेमारी की, दस्तावेज जब्त किए और हर तरह से मुझे परेशान करने की कोशिश की। जब वो इसमें भी हार गए तो उन्होंने अब सीबीआई का सहारा लिया है। क्या राजस्थान सरकार को अपनी पुलिस और उसकी जांच पर भरोसा नहीं है? मुझे जितना परेशान करना है कर लो लेकिन इस तरह के झूठ से सच कभी छिप नहीं सकता। सच्चाई की जीत होगी।