नई दिल्ली। सामान्य वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए संविधान संशोधन बिल पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज कुमार झा ने एक झुनझुना दिखाया और उसकी तुलना सवर्ण आरक्षण बिल से की, उन्होंने कहा कि यह झुनझुना हिलता है लेकिन बजता नहीं है।
मनोज कुमार झा ने कहा कि उनकी पार्टी एक मात्र दल है जो इस बिल का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने आगे कहा कि जब सरकार संविधान में संशोधन लेकर आ ही रही थी तो मुस्लिमों को क्यों छोड़ा गया, उनको भी लगे लगाना चाहिए था।
आर्थिक रूप से पिछड़े सामान्य वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण के लिए संविधान संशोधन के लिए राष्ट्रीय जनता दल और तमिलनाडू के एआईएडीएमके तथा डीएमके खुलकर विरोध कर रहे हैं जबकि कांग्रेस, बसपा और सपा ने इसको समर्थन दिया है। इसके अलावा जनता दल यूनाटेड और बीजू जनता दल ने भी इसका समर्थन किया है।