ठाणे: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख एवं लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आगामी लोकसभा चुनावों में दलितों, मुस्लिमों और आदिवासियों से एक साथ आने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने इन समुदायों से राष्ट्रीय पार्टियों को खारिज करने का आग्रह किया है। ओवैसी ने रविवार को महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण में वंचित बहुजन अघाड़ी की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जिन ‘वंचित’ लोगों ने पिछले 70 वर्षों से कष्ट सहा है उन्हें आगे भी ऐसा करने के बजाय इस समय जवाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर ने संविधान के तहत देश के सभी नागरिकों के लिए समान अधिकारों की व्यवस्था की थी। उन्होंने कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि ये दोनों पार्टियां ‘वंचित’ वर्गों के वोटों से निर्वाचित हुई थी लेकिन उन्होंने इनके साथ अन्याय किया। AIMIM अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को एक ‘चौकीदार’ के बजाय एक ‘पहरेदार’ की जरूरत थी। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भी आलोचना की और उन्हें एक ‘जनेऊधारी’ बताया।
हैदराबाद लोकसभा सीट से सांसद ने कहा कि प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाली पार्टी जैसे दल ही गरीबों और दलितों के साथ न्याय कर सकते हैं, न कि कांग्रेस या PM मोदी, महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस और NCP प्रमुख शरद पवार जैसे नेता। हाल में हुई पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नेता और सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख और मशहूर संगीतकार भूपेन हजारिका को ‘भारत रत्न’ प्रदान किए जाने संबंधी घोषणा के कुछ ही दिन बाद ओवैसी ने कहा कि देश का यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान सिर्फ उच्च वर्ग के लोगों को ही दिया जाता है।