कोलकाता: पश्चिम बंगाल में होने वाले राज्यसभा चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी को समर्थन देने के लिए कांग्रेस ने एक बड़ी शर्त रखी है। भारतीय जनता पार्टी के बढ़ते वर्चस्व को काबू में करने के उद्देश्य से पश्चिम बंगाल की कांग्रेस इकाई ने वाम दल को समर्थन देने के लिए यह शर्त रखी है। कांग्रेस ने कहा है कि यदि CPM सीताराम येचुरी को मैदान में उतारती है तो उसका समर्थन रहेगा। मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी ने कांग्रेस के प्रस्ताव को ‘तर्कसंगत’ बताया, हालांकि पार्टी ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई फैसला अभी नहीं लिया है।
राज्य कांग्रेस मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी को समर्थन देना चाहती है बशर्ते वह अपने पूर्व महासचिव सीताराम येचुरी को उतारे। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष अधीर चौधरी ने कहा, ‘राज्य में यदि हम भारतीय जनता पार्टी को रोकना चाहते हैं तो वाम दल और कांग्रेस को मिलकर लड़ना होगा। हमारा मानना है कि आगामी राज्यसभा चुनाव में पांचवी सीट के लिए हम निर्दलीय उम्मीदवार को उतारें जिसे कांग्रेस और वाम दल दोनों समर्थन दें।’ उन्होंने कहा कि सीताराम येचुरी के अनुभवों को देखते हुए हम उन्हें राज्यसभा पहले भी भेजना चाहते थे, लेकिन उनकी खुद की पार्टी ने इसपर ऐतराज जताया था। अधीर ने कहा कि यदि उनका दोबारा नामांकन किया जाता है, तो हम उन्हें समर्थन देंगे।
अधीर ने कहा कि यदि येचुरी को नामांकित नहीं किया जाता है तो किसी निर्दलीय उम्मीदवार को उतारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक ताकतों को बढ़ने से रोकने के लिए चुनावी गठबंधन करना ही होगा। अधीर ने कहा कि CPM के उम्मीदवार यदि वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी होते हैं तो कांग्रेस उनका समर्थन करने के लिए तैयार है। पश्चिम बंगाल की 5 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव 23 मार्च को होगा। वर्तमान में 5 सीटों में से 4 तृणमूल कांग्रेस के पास और एक CPM के पास है।