नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नोटबंदी के बाद बाजार में लाये गये 2000 रुपये के नोट की छपाई बंद हो चुकी है। वहीं सरकार 200 रुपये के नये नोट बाजार में लाने की तैयारी कर रही है। सुत्रों की मानें तो इस वित्तीय वर्ष में 2000 के और नोट छापे जाने की संभावना कम है। बुधवार को राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल ने यही मुद्दा उठाया। ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस
उन्होंने सदन की कार्यवाही का संचालन कर रहे उपसभापति पी. जे. कुरियन से कहा कि जब परंपरा रही है कि संसद सत्र के दौरान सरकार अगर नीतिगत फैसले लेती है तो सदन को बताया जाता है। ऐसे में इस बात की भी जानकारी देनी चाहिए कि क्या सरकार ने रिजर्व बैंक को 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद करने को कहा है। लेकिन सदन में मौजूद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
जानकारों के मुताबिक, दो हजार रुपये के 7.4 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 3.7 अरब नोट प्रिंट हो चुके हैं। यह 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद बंद एक हजार रुपये के 6.3 अरब नोटों के मूल्यों से अधिक है। फिलहाल छापे जा रहे नोटों में 90 फीसदी 500 रुपये के नोट हैं। अब तक 500 के 14 अरब नोट छापे जा चुके हैं। यह आठ नवंबर को बंद हुए 500 रुपये के 15.7 अरब नोटों के काफी करीब है।
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