नई दिल्ली। नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई रैली में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के उस बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब इस पार या उस पार की लड़ाई होगी, उसको लेकर केंद्रीय कानून मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने निशाना साधा है। रविशंकर प्रसाद ने सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी के केंद्र सरकार को राजधर्म सिखाने वाले बयान को लेकर भी आपत्ति जताई।
रविशंकर प्रसाद ने सोनिया गांधी पर भीड़ को उत्तेजित करने का आरोप लगाते हुए कहा, रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''सोनिया जी अपने रामलीला मैदान में कहा था कि इस पार और उस पार की लड़ाई होगी। ये कौन सी भाषा है? ये उत्तेजना नहीं है तो क्या है?''
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कई नेता पहले खुद पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में उत्पीड़न का शिकार हुए अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने की वकालत करते थे, लेकिन अब हमें (केंद्र सरकार) को राजधर्म का पाठ पढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा, ''इंदिरा जी ने युगांडा के विस्थापितों की मदद की थी, राजीव गांधी जी ने तमिल लोगों की मदद की थी, मनमोहन जी ने कहा था कि नागरिकता मिलनी चाहिए और अशोक गहलोत जी तो शिवराज पाटिल और आडवाणी जी को पत्र लिखा था कि नागरिकता मिलनी चाहिए।'' रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा, ''ये कौन सा राजधर्म है कि आज सब पलट गए। सोनिया जी आपको इसका जवाब देना पड़ेगा कि क्या मनमोहन जी ने जो किया था वो गलत था? क्या जो इंदिरा जी और राजीव जी ने काम किया था वो गलत था?''
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा, ''NPR कांग्रेस सरकार ने शुरू किया। आप करें तो ठीक, हम उसी काम को करें तो उस पर लोगों को उकसाया जाए। ये कौन सा राजधर्म है सोनिया जी?''
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''सोनिया जी मुझे आपसे एक बात पूछनी है कि जब शाहीन बाग में बच्चों को प्रधानमंत्री के खिलाफ हिंसा के लिए उकसाया जा रहा था, तब भी आप खामोश थीं। क्या आपकी पार्टी ने ये भी नहीं कहने की जरूरत नहीं समझी कि हम इसका समर्थन नहीं करते हैं? ये है आपका राजधर्म?''