रतलाम: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को टोने-टोटके पर ज्यादा भरोसा हो गया है। यही कारण है कि 'ई' कांग्रेस 'पी' कांग्रेस' बन गई है। मुख्यमंत्री चौहान ने जन आशीर्वाद यात्रा के तीसरे दिन सोमवार को रतलाम में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिए बिना कहा, "आजकल कांग्रेस के नेताओं का टोने टोटके में ज्यादा भरोसा हो गया है। कांग्रेस के एक नेता को किसी बहन, भाई ने नारियल दिया, तो किसी ने उनसे कहा सिंदूर लगा है उसे फेंक दो। नारियल उन्होंने फेंका या फिंकवा दिया, मुझे नहीं पता। कांग्रेस इसी तरह टोटके करती है। इन कारणों से ही 'ई' कांग्रेस 'पी' कांग्रेस' बन गई है यानी सिर्फ पंजाब और पुडुचेरी में सिमट चुकी है। जनता को भ्रमित करने से कांग्रेस को कुछ हासिल होने वाला नहीं है।"
दरअसल, पिछले दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया को बुंदेलखंड दौरे के दौरान पन्ना में एक युवक ने सिंदूर से रंगा हुआ एक नारियल दिया था, जिसे सुरक्षाकर्मी के परामर्श पर सिंधिया ने उसे अपने वाहन से बाहर फेंक दिया था। उसी मसले पर मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को चुटकी ली। उन्होंने कहा, "कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कहते हैं कि मुख्यमंत्री रथ पर चल रहे हैं नीचे तो उतरें। उन्हें आकर देखना चाहिए कि मैं कितनी जगह नीचे रथ से उतरकर अपने प्राणों से प्यारी जनता से मिलता हूं।"
शिवराज ने कहा, "भाजपा ने वाले चुनाव की दृष्टि से संकल्प समिति बनाई है, जो सभी के सुझाव प्राप्त करेगी। हम सभी के सुझाव के आधार पर कार्य योजना बनाएंगे, ताकि सभी की भागीदारी जन तंत्र में हो। सबके साथ सबका विकास ही हमारा लक्ष्य है।" उन्होंने कहा, "सोयाबीन सहित अन्य फसलों का दोगना उत्पादन हो रहा है। हम चीन को सोयाबीन निर्यात करेंगे, ताकि अधिक दाम किसानों को मिल सके। प्रधानमंत्री से इस संबंध में बात हुई है। एक प्रतिनिधिमंडल चीन भेजकर इस दिशा में काम कर रहे हैं। रतलाम में मेडिकल कॉलेज इसी सत्र से प्रारंभ हो, ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं।"
मुख्यमंत्री ने विश्राम गृह में प्रबुद्धजनों से भेंट की और कहा, "भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने हर समाज और हर वर्ग के लिए काम किया है। मध्यप्रदेश पहले बीमारू राज्य था, इसे हमने साढ़े 14 वर्षो में विकसित प्रदेश बनाया है। आने वाले पांच वर्षो में इसे विकासशील और समृद्ध प्रदेश बनाएंगे।"
(इंडिया टीवी इस वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है)