नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिये राकांपा नेता अजित पवार के भाजपा के साथ हाथ मिलाने के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भारतीय जनता पार्टी पर कई सवाल उठाए है। सुरजेवाला ने कहा कि 23 नवंबर के दिन महाराष्ट्र और देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काले अध्याय के तौर पर दर्ज होगा, जब संविधान को पाँव तले रौंद दिया गया। अवसरवादी अजित पवार को जेल की सलाखों का डर दिखाकर सत्ता की हवस में अंधी भाजपा ने लोकतंत्र की सुपारी ले हत्या कर डाली।
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा व अजित पवार ने दुर्योधन व शकुनि की तरह महाराष्ट्र के जनादेश का चीरहरण कर दिया। ये महाराष्ट्र की जनता से विश्वासघात है? फड़णवीस जी का वादा तो ₹72,000 करोड़ के कृषि घोटाले में अजित पवार को आर्थर रोड जेल भेजने का था, मगर उपमुख्यमंत्री बना मंत्रालय भेज दिया। उन्होनें कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह भी पहला अवसर है, जब रात के अंधेरे में संविधान के पन्ने फाड़कर और सार्वजनिक जीवन की मर्यादाएं तोड़कर किसी मुख्यमंत्री को अंधेरी रात के सवेरे में चोरी-छिपे शपथ दिलाने का काम किया गया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल ने संविधान के रक्षक का नहीं, अमित शाह के 'हिटमैन' का काम किया है। विधायकों की निष्ठा की मंडी में बोली लगाना भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा बन गया है। कर्नाटका, उत्तरांचल, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, गोवा, हरियाणा और अब बाबा साहेब के प्रदेश महाराष्ट्र में जनादेश का अपमान कर संविधान को रौंदने के काम को अंजाम देने वाला और कोई नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह हैं।
आपको बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री पद की जबकि राकांपा के विधायक दल के नेता अजित ने शनिवार सुबह उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पहले ही कहा था कि अजित का फैसला उनका ‘‘पार्टी का नहीं बल्कि उनका निजी फैसला है।’’ ठाकुर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘जो भी हुआ है वह असंवैधानिक है। यह सत्ता का दुरुपयोग है।’’ इस बीच शरद पवार के पीछे गोलबंद राकांपा कार्यकर्ताओं ने अजित के खिलाफ नारेबाजी की।
महाराष्ट्र में बीजेपी और अजीत पवार की सरकार गठित होने पर कांग्रेस के 10 सवाल
- भाजपा के द्वारा सरकार बनाने का दावा कब और किसने पेश किया?
- सरकार बनाने के दावे पर कितने विधायकों के हस्ताक्षर लिए गए?
- महाराष्ट्र के राज्यपाल ने उन हस्ताक्षरों को रात के एक घंटे में कब और कैसे वेरिफाई किया?
- राज्यपाल महोदय ने केंद्र सरकार को राष्ट्रपति शासन हटाने की अनुसंशा कितने बजे की?
- राष्ट्रपति शासन हटाने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक कल रात कितने बजे हुई, कौन मंत्री थे?
- केंद्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश कि राष्ट्रपति शासन हटाने की सिफारिश राष्ट्रपति को कितने बजे भेजी गई?
- राष्ट्रपति ने कितने बजे इस सिफारिश को स्वीकार किया?
- राज्यपाल ने शपथ के लिए फडणवीस और अजीत पवार को किस पत्र द्वारा कितने बजे बुलाया?
- शपथ हुई कितने बजे, एक प्राइवेट न्यूज एजेंसी को छोड़कर दूरदर्शन सहित किसी भी मीडिया के साथी को और अन्य राजनीतिक दलों और प्रशासनिक अधिकारियों को और मुख्य न्यायाधीश को शपथ ग्रहण समारोह में क्यों नहीं बुलाया गया?
- शपथ के बावजूद भी गवर्नर ने अबतक यह क्यों नहीं बताया कि सरकार को बहुमत कबतक साबित करना है?