नई दिल्ली: लोकजनशक्ति पार्टी के संस्थापक राम विलास पासवान के निधन के बाद खाली हुई राज्यसभा की सीट बीजेपी के पास जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक चुनावों के दौरान लोकजनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान द्वारा जनता दल यूनाइटेड पर किये गए तीखे प्रहार का फायदा बीजेपी को मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक जनता दल यूनाइटेड के सहयोग से इस सीट को बीजेपी अपने खाते में डाल सकती है। हालांकि चिराग पासवान की मां रीना पासवान का नाम राजनीतिक गलियारों में तेजी से चल रहा है लेकिन माना जा रहा है कि लोकजनशक्ति पार्टी बीजेपी के कहने पर किसी उम्मीदवार को खड़ा करेगी।
तमाम राजनीतिक समीकरणों के बीच यह माना जा रहा है कि राज्यसभा इस खाली सीट पर बीजेपी अपने उम्मीदवार उतार सकती है। 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए को अपने राज्यसभा उम्मीदवार को जिताने के लिए 122 विधायकों के समर्थन की जरूरत है जबकि एनडीए के पास 125 विधायक हैं। वहीं दूसरी ओर लोकजनशक्ति पार्टी के पास एकमात्र विधायक है।
चुनाव आयोग ने कहा है कि पासवान के निधन के बाद खाली राज्यसभा सीट के लिए उपचुनाव 14 दिसंबर को होगा। इसके लिए अधिसूचना 26 नवंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 3 दिसंबर होगी।
राम विलास पासवान का कार्यकाल 2 अप्रैल, 2024 तक था और उन्हें यह सीट बीजेपी और एलजेपी के बीच 2019 लोकसभा सीट-बंटवारे के समय दी गई थी। उस समय लोकजनशक्ति पार्टी को लोकसभा में 6 सीटें और राज्यसभा की एक सीट दी गई थी। लोकजनशक्ति पार्टी ने लोकसभा की सभी 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
अब एलजेपी के सूत्रों का कहना है कि पार्टी तबतक अपने उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतार सकती जबतक कि बीजेपी उसे आगे बढ़ने का संकेत नहीं देती है। हालांकि पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि ऐसी संभावना कम है कि जनता दल यूनाइटेड हमारे उम्मीदवार का समर्थन करेगा, ऐसे में एलजेपी की तरफ से उम्मीदवार को मैदान में उतारने की संभावना कम है।