पटना: केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में फूट पड़ गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और महासचिव सत्यानंद शर्मा ने पार्टी के कई अन्य पदाधिकारियों के साथ मिलकर इस्तीफा दे दिया है और एक नई पार्टी लोजपा (सेक्युलर) का गठन किया है। शर्मा ने पासवान पर पार्टी में केवल अपने परिजनों को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया और कहा कि लोजपा पासवान की एक पारिवारिक जागीर में तब्दील हो गई है।
उन्होंने कहा, "पासवान के परिवार का पार्टी पर वर्चस्व है और पार्टी में कोई आंतरिक स्वतंत्रता नहीं है।" भाजपा की सहयोगी पार्टी लोजपा ने बिहार में हुए लोकसभा चुनाव में अपनी सभी छह सीटों पर जीत दर्ज की थी। इन छह सांसदों में पासवान के परिवार के तीन सदस्य, उनके बेटे व दो छोटे भाई शामिल हैं।
आपको बता दें कि लोकजनशक्ति पार्टी पर हमेशा से एक परिवार के लोगों का वर्चस्व होने का आरोप लगता रहा है। इस पार्टी में रमाविलास पासवान के परिवार का दबदबा रहा है। पार्टी के सबसे ज्यादा सांसद पासवान के ही परिवार के हैं।