लखनऊ: राजनीतिक दलों से समर्थन जुटाने के लिए राष्ट्रव्यापी दौरे की शुरूआत करते हुए राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार राम नाथ कोविंद ने आज उत्तर प्रदेश के भाजपा एवं सहयोगी दलों के सांसदों और विधायकों से समर्थन मांगा। कोविंद के साथ केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव भी लखनऊ आये। वे अमौसी हवाई अडडे से सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग के लिए रवाना हुए जहां उन्होंने राजग के सांसदों विधायकों से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं मंत्रियों ने 71 वर्षीय कोविंद का हवाई अड्डे पर स्वागत किया। मुख्यमंत्री आवास पर कोविंद ने केन्द्रीय मंत्री उमा भारती और गडकरी, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डा दिनेश शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से मुलाकात की।
सांसदों एवं विधायकों को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि पहली बार हम सबको सौभाग्य प्राप्त हो रहा है कि उत्तर प्रदेश का कोई व्यक्ति हमारा राष्ट्रपति होगा। स्वाभाविक रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यह गौरव उत्तर प्रदेश को प्रदान किया है।
उन्होंने कहा कि सभी लोग राजनीतिक संकीर्णताओं से ऊपर उठकर कार्य करते हैं तो इससे बहुत अच्छा संदेश जाएगा। योगी ने कहा कि कोविंद का जीवन मातृभूमि, राष्ट्रीयता, गांव, गरीब और समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए समर्पति है। गडकरी ने सांसदों विधायकों को समझाया कि उन्हें अपना वोट कैसे देना है।
बैठक में उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज भी मौजूद थे। उन्नाव कानपुर से सटा है, जहां से कोविंद हैं। राष्ट्रपति चुनाव के लिए कोविंद के अधिकृत प्रतिनिधि भूपेन्द्र यादव ने कहा कि कोविंद राजनीतिक दलों के सांसदों विधायकों का समर्थन जुटाने के लिए लखनऊ आये हैं। यादव ने बताया कि कोविंद कल उाराखंड में होंगे और उसके बाद अन्य राज्यों के दौरे पर जाएंगे।
इस बीच भाजपा सूत्रों ने बताया कि एक केन्द्रीय मंत्री, पार्टी से एक वरिष्ठ सांगठनिक नेता और दो सांसद कोविंद के राष्ट्रव्यापी दौरे के समय उनके साथ मौजूद रहेंगे। कोविंद सभी राजनीतिक दलों के सांसदों विधायकों से समर्थन की अपील करेंगे। विपक्षी दलों ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को उम्मीदवार बनाया है। करीब 62 फीसदी से अधिक मतों का समर्थन होने के कारण कोविंद का अगला राष्ट्रपति बनना लगभग तय है।
भाजपा और राजग के उसके सहयोगी दलों के अलावा टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, बीजद और जदयू ने कोविंद के समर्थन का ऐलान किया है। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 17 जुलाई को होना है। मतगणना 20 जुलाई को होगी। कोविंद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजग के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में नई दिल्ली में 23 जून को नामांकन पत्र भरा था। निर्वाचित होने पर कोविंद दूसरे दलित नेता होंगे, जो देश के सर्वोच्च पद पर विराजमान होंगे। इससे पहले के आर नारायणन देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं।