भोपाल: मध्यप्रदेश में कांग्रेस और सरकार को समर्थन देने वाले अन्य दलों के विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिशों का भाजपा पर आरोप लगाए जाने के बीच कमल नाथ सरकार के वनमंत्री उमंग सिंघार ने किसी नेता का नाम लिए बिना अपने ही नेता पर तंज कसा है। उनका कहना है कि यह सब राज्यसभा में जाने की लड़ाई है। प्रदेश की राजनीति के गलियारे में इन दिनों विधायकों की खरीद-फरोख्त का मुद्दा गर्माया हुआ है। कांग्रेस के तमाम नेता भाजपा पर हमले बोल रहे हैं, वहीं वनमंत्री सिंघार ने एक ट्वीट के जरिए इस मुद्दे को नया मोड़ दे दिया है। उन्होंने कहा है, "कमल नाथ सरकार पूर्ण रूप से सुरक्षित है, यह राज्यसभा में जाने की लड़ाई है, बाकी आप सब समझदार हैं।"
वनमंत्री सिंघार के इस ट्वीट में भले ही किसी का नाम न लिखा हो, मगर इसे सियासी गलियारे में दिग्विजय सिंह पर हमला माना जा रहा है, क्योंकि सिंघार पहले भी कई बार खुले तौर पर सिंह पर आरोप लगा चुके हैं।
राज्य में जल्द ही राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होने वाला है। संख्या बल के आधार पर कांग्रेस और भाजपा का एक-एक सदस्य निर्वाचित होना तय है, वहीं कांग्रेस को दूसरी सीट जीतने के लिए एक अतिरिक्त विधायक के समर्थन की जरूरत पड़ेगी।
कांग्रेस की ओर से दो बड़े दावेदार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया माने जा रहे हैं। इसको लेकर पार्टी के भीतर खींचतान भी चल रही है। कांग्रेस में अगर फूट पड़ती है तो दूसरे उम्मीदवार की जीत मुश्किल हो सकती है।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार को पूर्ण बहुमत नहीं है। विधानसभा की कुल 230 सीटों में से दो सीटें खाली हैं। मौजूदा 228 विधायकों में कांग्रेस के 114 और भाजपा के 107 हैं। कांग्रेस की कमल नाथ सरकार निर्दलीय चार, बसपा के एक और सपा के दो विधायकों के समर्थन से चल रही है।