नई दिल्ली. राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए चुनाव होना है। इस पद पर चुनाव NDA की तरफ से हरिवंश नारायण सिंह तो विपक्ष की तरफ से RJD नेता मनोज झा ने पर्चा भरा है। ये दोनों ही नेता बिहार से ताल्लुक रखते हैं और समाजवादी विचारधारा से निकले हैं। उपसभापति पद के लिए चुनाव मानसून सत्र के पहले दिन 14 सितंबर को होगा।
कौन हैं हरिवंश सिंह और मनोज झा?
हरिवंश नारायण सिंह जेडीयू के नेता हैं। वो पेशे से पत्रकार रहे हैं और बिहार की सियासत को काफी करीब से समझते हैं। वहीं राजद से ताल्लुक रखने वाले मनोज झा को ज्यादातर देशवासी जानते हैं। उन्हें टीवी पर डिबेट शो में अकसर देखा जा सकता है। मनोज झा दिल्ली विश्वविद्याल में प्रोफेसर रहे हैं। वो आरजेडी के सांसद होने के अलावा पार्टी के प्रवक्ता भी हैं।हरिवंश के नाम पर नहीं बनी आम सहमति
राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए हरिवंश नारायण सिंह के नाम पर आम सहमति बनाने की कोशिश की गई, लेकिन विपक्ष की तरफ से सांकेतिक टक्कर देने के रणनीति अपनाई गई है। दरअसल मनोज झा को रण में उतारकर कांग्रेस पार्टी विपक्षी दलों की एकता का संदेश देने की कोशिश कर रही है। मनोज झा बिहार से ताल्लुक रखते हैं, जहां इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। वो मिथिला इलाके के रहने वाले हैं और ब्राह्मण हैं।
हरिवंश को मिलेगा किसका समर्थन?
245 सदस्यों वाली राज्यसभा में भाजपा के 87 सांसद हैं। एनडीए के राज्यसभा में 116 सासंद हैं। हरिवंश को जीतने के लिए 123 वोट चाहिए। ऐसे में एनडीए को उम्मीद हैं कि टीआरएस जिसके पास 7 सांसद हैं, YSR कांग्रेस जिसके पास 6 सांसद हैं और बीजेडी जिसके पास 9 सांसद हरिवंश नाराण के पक्ष में वोट देंगे। खुद बिहार के सीएम और जदयू के मुखिया नीतीश कुमार ने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक को फोन कर हरिवंश नारायण सिंह के लिए भी समर्थन मांगा है।
मनोज झा को है किसका समर्थन?
विपक्ष के साझा उम्मीदवार मनोज झा को उपसभापति पद के लिए एक दर्जन से ज्यादा दलों का समर्थन हैं। इन दलों में 40 सदस्यों वाली कांग्रेस के अलावा 6 सांसद वाले वामपंथी दल, 7 सांसदों वाली डीएमके, 5 सांसदों वाली राजद, शिवसेना 3 सांसद, एनसीपी 4 सांसद, मुस्लिम लीग 1 सांसद,जेडीएस 1 सांसद सहित कई दल शामिल हैं। इन सभी दलों के सांसदों को मिला दिया जाए,तो मनोज जा के समर्थन करने वाले सांसदों की संख्या 100 का आंकड़ा पार नहीं करती है। इन दलों के अलावा भी कांग्रेस पार्टी खुद ऐसे दलों से बात कर रही हैं, जो इस वक्त भाजपा के साथ नहीं हैं।