नई दिल्ली: राज्यसभा उपसभापति के लिए 9 अगस्त को होने वाले चुनाव में अब यूपीए और एनडीए के बीच सीधा मुकाबला होना तय है। कांग्रेस ने जहां बीके हरिप्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं एनडीए की तरफ से जनता दल युनाइटेड के नेता हरिवंश को मैदान में उतारा गया है। पहले माना जा रहा था कि NCP की वंदना चव्हाण को यूपीए का उम्मीदवार बनाया जाएगा, लेकिन अंतिम क्षणों में कांग्रेस ने हरिप्रसाद के नाम पर मुहर लगा दी। हालांकि आंकड़ों की बात करें तो वहां एनडीए का पलड़ा यूपीए पर भारी लग रहा है, लेकिन मामला इनता करीबी है कि कब गेम किसकी तरफ पलट जाए, कहना मुश्किल है।
हरिवंश बनाम हरिप्रसाद हुआ मुकाबला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने बुधवार को बतौर यूपीए उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद के नाम का ऐलान किया। उधर, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार हरिवंश ने राज्यसभा उपसभापति पद के लिए बुधवार को पर्चा दाखिल कर दिया है। आंकड़ों की नजर से देखें तो फिलहाल हरिवंश का पलड़ा हरिप्रसाद पर भारी लग रहा है। जिस शिवसेना से एनडीए को खतरा दिख रहा था, उसने भी हरिवंश के समर्थन का ऐलान किया है। यहां तक कि हरिवंश के पर्चा भरने के वक्त भी शिवसेना के नेता वहां मौजूद थे।
क्या कहते हैं आंकड़े
नंबर गेम की बात करें तो एनडीए के पास 116 सदस्यों के समर्थन की बात कही जा रही है। वहीं, बीजू जनता दल के सांसद भी यदि समर्थन देते हैं तो यह नंबर 125 पर पहुंच जाएगा। दरअसल, एनसीपी नेता शरद पवार से बातचीत के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक ने साफ कहा है कि अपने उम्मीदवार को समर्थन देने को लेकर यूपीए ने उनसे कोई बात नहीं की, इसलिए वह एनडीए के उम्मीदवार को समर्थन देंगे। यूपीए को फिलहाल 118 सदस्यों का ही समर्थन हासिल है। हालांकि, करीबी मुकाबला होने की वजह से बाजी किस तरफ पलटेगी, यह फिलहाल पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता।