श्रीनगर: राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव के मुद्दे पर आज जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने एक दूसरे पर ना केवल शब्दों से बल्कि अलग अलग इमोजी के सहारे वार किए। इस जंग का मैदान बना ट्विटर। जहां अब्दुल्ला ने महबूबा पर नौ अगस्त को होने वाले चुनाव से पहले अपनी पार्टी की दो राज्यसभा सीटों के लिए कांग्रेस नीत संप्रग और भाजपा नीत राजग दोनों के साथ मोलभाव करने का आरोप लगाया वहीं महबूबा ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के नेता खुद से कहानियां गढ़ रहे हैं।
पीडीपी के मतदान से अनुपस्थित रहने के फैसले की घोषणा करने से पहले अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस से कहा कि वह राज्यसभा के उपसभापति के लिए संप्रग उम्मीदवार का समर्थन करेंगी। उन्होंने भाजपा से भी कहा कि वह राजग उम्मीदवार का समर्थन करेंगी। ऐसा कैसे होगा?’’
गठबंधन सरकार से भाजपा के हटने के बाद इस साल जून महीने में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाली महबूबा ने इसके जवाब में अपने ट्वीट में झूठ बोलने वाला चेहरा दिखाने के लिए पिनोकियो वाली इमोजी बनाई। पिनोकियो ‘द एडवेंचर्स ऑफ पिनोकियो’ उपन्यास का एक काल्पनिक चरित्र है जिसकी नाक झूठ बोलने पर लंबी हो जाती थी।
उन्होंने लिखा, ‘‘आमतौर पर समाचार चैनल फर्जी खबरें और झूठ फैलाते हैं। लेकिन हैरानी होती है जब उमर अब्दुल्ला जैसा कोई नेता विशुद्ध कल्पना के आधार पर कहानियां गढ़ता है। इस तरह का खतरनाक दुष्प्रचार सच्चाई के लिए हानिकारक है और लोगों को गुमराह करने की कोशिश है।’’ इसके बाद अब्दुल्ला ने स्माइली फेस का इमोजी डालते हुए लिखा, ‘‘आपका खाता जो भी चलाता हो, उसे सलाम। उनके पास हास्य विनोद की अच्छी क्षमता है। यह असल में इमोजी का अच्छा इस्तेमाल है।’’
उन्होंने फर्जी खबरों के महबूबा के दावे को लेकर कह, ‘‘फर्जी खबरें आप नजरअंदाज कर सकती थीं जैसा कि मैं आपकी घोषणाओं को लेकर हमेशा करता हूं। मैंने जो कहा, उससे कहीं ना कहीं चुभन जरूर हुई है।’’