जयपुर। राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने अपने ही विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरसल पर्यटन मंत्री ने आरटीडीसी के लाईट एंड साऊंड शो के टेंडर मे बड़े पैमाने पर धांधली को रोकने के लिये अधिकारियों के खिलाफ जांच बैठा दी है। पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान बताया है कि इस सरकार में कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो अपनी मनमानी करते है लेकिन मेरे विभाग के अधिकारियों को सुनना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि 80 फीसदी अधिकारी अच्छे हैं लेकिन 20 फीसदी ऐसे अधिकारी हैं जो मनमानी रवैया अपनाते हैं और इस मनमाने रवैये के खिलाफ मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी जा चुकी है और सीएमओ ने जांच भी बैठा दी है।
क्या है पूरा मामला?
राजस्थान मे पर्यटन को बढावा देने के लिए आरटीडीसी विभाग द्वारा लाईट एंड साऊंड शो किए जाने का टेंडर निकाला गया है। ये लाईट एंड शो राजस्थान के 9 पर्यटन स्थलों पर किए जाने हैं। जिनमें कुम्भलगढ़ किला, चित्तौड़गढ किला, मीरा बाई स्मारक, प्रताप गौरव केन्द्र, गढीसर लेक, मछकुन्ड धौलपुर, सावलिया सेठ जी, जय निवास उद्यान और सांभर शामिल है।
इस टेंडर का बजट 45 करोंड रुपये का है। पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह का मानना है कि इस टेंडर प्रक्रिया मे बड़े पैमाने पर धांधली हो सकती है और टेंडर प्रक्रिया को उनसे बिना पूछे निकाला गया। जान बूझकर इस टेंडर द्वारा निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिये निविदांए निकाली गयी हैं, लिहाजा वो पुरजोर कोशिश में हैं कि इस तरह की धांधली को रोकें।
'अधिकारियों की मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा'
पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि अधिकारियों के मनमानी रवैये को किसी भी सूरत मे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। हर हालत मे उन्हें मेरी सुननी पड़ेगी। मैं विभाग का मंत्री हूं और इस विभाग के मंत्री होने के नाते जनता के प्रति जवाबदेही मेरी है, लिहाजा मुझे अन्धेरे मे रखकर कोई काम नहीं किया जा सकता।