जयपुर: राजस्थान में मुख्यमंत्री का फैसला कल तक के लिए टल गया है। कांग्रेस विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति नहीं बन पाई। जयपुर में करीब 9 घंटे चली बैठक में फैसला न हो पाने पर अब राजस्थान के नए सीएम का फैसला दिल्ली में होगा। राजस्थान कांग्रेस के इंचार्ज और पर्यवेक्षक अब दिल्ली आ रहे हैं जहां पार्टी के सीनियर नेताओं से बातचीत के बाद ही राजस्थान के सीएम के नाम पर मुहर लग सकती है।
वहीं, आज अशोक गहलोत और सचिन पायलट राजभवन भी गए। बिना विधायक दल का नेता चुने दोनों नेता राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे।
बता दें कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद की अग्रिम दौड़ में है। गहलोत ने सरदारपुरा और पायलट ने टोंक विधानसभा से जीत दर्ज की है। परिणामों की घोषणा के बाद से ही पायलट और गहलोत के विश्वासपात्र विधायक दोनों से लगातार संपर्क बनाये हुए है। कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय विधायक के रूप जीत कर आये कुछ निर्दलीय विधायक पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संपर्क में है।
सात दिसम्बर को राज्य में सम्पन्न हुए 199 सीटों के चुनाव में कांग्रेस ने 99 सीटों पर जीत दर्ज की है तो वहीं पार्टी की गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल ने एक सीट पर जीत दर्ज की है। पार्टी के पास आसानी से सरकार बनाने के लिए संख्या बल है। पार्टी निर्दलीय विधायकों और समान विचारधारा वाले गैर-भाजपा पार्टियों का समर्थन लेने पर विचार कर रही है। 2008 में विधायकों से गहन चर्चा के बाद अशोक गहलोत को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया था।