तिरुवंबड़ी (केरल): कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के, केरल को बनारस जितना ही प्यारा बताने वाले बयान पर रविवार को अविश्वास जताते हुए कहा कि वह गैर-भाजपा शासित राज्यों के साथ सौतेला व्यावहार करते हैं और उनसे उन्हें सहयोग की कोई अपेक्षा नहीं है।
लोकसभा चुनाव में वायनाड संसदीय सीट से सांसद चुने जाने पर मतदाताओं को धन्यवाद दे रहे गांधी ने दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा ‘घृणा और क्रोध’ में अंधी है और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचारों को न मानने वालों को भारतीय भी नहीं मानती है। कांग्रेस अध्यक्ष ने इससे निपटने का संकल्प भी जताया। गांधी तीन दिन की वायनाड यात्रा के अंतिम दिन रोड-शो के बाद संसदीय क्षेत्र में कोझिकोड जिले के एंगापुझा में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
केरल के गुरुवायूर में दिए गए मोदी के भाषण का हवाला देते हुए गांधी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री भाजपा शासित और गैर-भाजपा शासित राज्यों को अलग-अलग तरह से देखते हैं। मुझे पता है कि कि वह केरल के लिए उस तरह कभी नहीं सोचेंगे जैसा वह उत्तर प्रदेश के लिए सोचते हैं क्योंकि यहां माकपा का शासन है।’’
गौरतलब है कि गुरूवायूर मंदिर में पूजा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भाजपा सिर्फ चुनावी राजनीति नहीं कर रही है और वह देश के निर्माण और भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसका स्थान दिलाने के लिए काम कर रही है।
उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र का संदर्भ देते हुए मोदी ने कहा था, ‘‘लोकतंत्र में चुनावों का अपना स्थान है और जीतने वाले की जिम्मेदारी है कि वह 130 करोड़ लोगों का ख्याल रखे। जिन्होंने हमें जिताया और जिन्होंने नहीं, वे सभी हमारे हैं। केरल भी मुझे उतना ही प्यारा है जितना प्यारा बनारस है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने हालांकि कहा कि वायनाड के केरल के विकास में उन्हें प्रधानमंत्री और भाजपा नीत केंद्र सरकार से किसी प्रकार के सहयोग की आशा नहीं है।