नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए रविवार को कहा कि मोदी वादे करते रहते हैं लेकिन आम आदमी को उनके शब्दों में सच्चाई ढूंढने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। राहुल ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री बोलते रहते हैं और वादे करते रहते हैं। वह जहां भी जाते हैं वहां वह लोगों से कुछ नए वादे कर आते हैं। लेकिन लोगों को उनके शब्दों में से सच्चाई ढूंढने की कोशिश करनी पड़ती है। वे सोच में पड़ जाते हैं कि इस आदमी ने इतने वादे किए हैं लेकिन सच्चाई कहां है।"
कांग्रेस अध्यक्ष राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी द्वारा आयोजित 'जन आक्रोश' रैली को संबोधित कर रहे थे। राहुल ने कहा, "उन्होंने हर साल दो लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था। लोगों ने उन पर भरोसा किया। लेकिन चार सालों के बाद हमारे पास केवल हर तरफ बेरोजगारी है। नोटबंदी और गब्बर सिंह कर (GST) जैसे कदमों ने अनौपचारिक क्षेत्र की कमर तोड़ दी है।"
राहुल गांधी के भाषण की 10 बड़ी बातें-
1. देश में सब गुस्से में हैं। प्रधानमंत्री सिर्फ भाषण करते हैं। जहाँ जाते हैं वहाँ वादे करते हैं। उनकी बातों में सच्चाई नहीं होती।''
2. ''कर्नाटक में एक तरफ बी एस येदियुरप्पा खड़े हैं जो जेल जा चुके हैं। दूसरी तरफ भी ऐसे लोग हैं। बीच में मोदी जी भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते हैं। लोगों को उनकी बातों पर यकीन नहीं होता।''
3. ''पहली बार एक बिजली मंत्री एक बिजली कम्पनी को अपनी कम्पनी को बेचता है और मोदी जी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता।" उन्होंने कहा कि देश के चौकीदार ने नीरव मोदी के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला।
4. ''मोदी जी पेरिस जाकर राफेल सौदे के कांट्रैक्ट बदल देते हैं। सेना कहती है कि हमारे पास नहीं है और मोदी जी अपने उद्योगपति मित्र को कांट्रेक्ट देते हैं।"
5. ''अमित शाह का पुत्र 50 हजार रुपये के कारोबार को तीन महीने में 80 करोड़ रूपये के कारोबार में बदल देता है और मोदी जी एक शब्द नहीं बोलते।'
6. पहली बार चार जज बाहर आकर न्याय मांगते हैं और नरेंद्र मोदी जी चुप रहते हैं
7. सभी संस्थाओं में आरएसएस के लोग भरे जा रहे हैं। हर मंत्री का ओएसडी आरएसएस का व्यक्ति है।
8. देश के डीएनए में नफ़रत नहीं है। तीन हज़ार साल में भारत ने किसी पर हमला नहीं किया क्योंकि हम में नफ़रत नहीं है और हमें बीजेपी-आरएसएस की नफ़रत के ख़िलाफ़ लड़ना है।
9. जनता सिर्फ़ सत्य के आगे सिर झुकाती है। देश प्रधानमंत्री का भाषण सुनकर सच्चाई को ढूंढने की कोशिश करता है और उसमें से वह सच्चाई निकालने की कोशिश करते हैं।
10. हिंदुस्तान आस्था का देश है और आस्था का पेड़ सत्य पर खड़ा होता है। हमारे प्रधानमंत्री कोई भी वादा कर जाते हैं लेकिन उसमें सच्चाई नहीं होती है।